मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक: ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं, रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार...
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के बाद RBI गवर्नर ने कहा कि ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। हालांकि उन्होंने कहा कि अब इस पर केंद्रीय बैंक की पैनी नजर होगी। आरबीआई गवर्नर के अनुसार इसके फलस्वरूप स्थायी जमा सुविधा दर 6.25% और सीमांत स्थायी सुविधा दर तथा बैंक दर 6.75% पर बनी हुई है। बैठक में 6 में से 5 सदस्यों ने रेपो रेट स्थिर रखने के फैसले पर सहमति जताई है। RBI की MPC में छह सदस्य होते हैं। इसमें बाहरी और RBI अधिकारी दोनों होते हैं। गवर्नर दास के साथ, RBI के अधिकारी राजीव रंजन, कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यरत हैं, और माइकल देबब्रत पात्रा, डिप्टी गवर्नर के रूप में कार्यरत हैं। जबकि शशांक भिड़े, आशिमा गोयल और जयंत आर वर्मा बाहरी सदस्य हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लगातार पांचवीं बार ब्याज दरों को बदलाव नही किया हैं। दूसरी तिमाही (Q2FY24) में उम्मीद से बेहतर GDP आंकड़े रहे। इसे देखते हुए आरबीआई गवर्नर ने फाइनेंसियल ईयर 2024 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है। उन्होंने कहा कि तीसरी तिमाही में जीडीपी 6.5 फीसदी और चौथी तिमाही में 6 फीसदी की दर से बढ़ेगी। दास ने कहा कि 2024-25 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी ग्रोथ 6.7 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान हैं।
शक्तिकांत दास ने नवंबर-दिसंबर महीने में खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि महंगाई के लिहाज से चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर 5.4 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है। मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में खुदरा महंगाई दर 5.6 परसेंट और चौथी तिमाही में 5.2 फीसद पर रहने की उम्मीद है। अभी हम महंगाई दर को चार परसेंट पर लाने के लक्ष्यि को हासिल नहीं कर पाएं हैं। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि एसडीएफ रेट 6.25% और एमएस एफ रेट 6.75% पर बरकरार है। उन्होंने कहा कि बैंकों और कॉरपोरेट के मजबूत दोहरे संतुलन से आने वाले समय में प्राइवेट सेक्टकर का निवेश बढ़ेगा। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महंगाई दर चार प्रतिशत पर लाने के प्रति आरबीआई प्रतिबद्ध है और हर संभव कोशिशें कर रहा है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने लगातार पांचवीं बार ब्याज दरों को बदलाव नही किया हैं। दूसरी तिमाही (Q2FY24) में उम्मीद से बेहतर GDP आंकड़े रहे। इसे देखते हुए आरबीआई गवर्नर ने फाइनेंसियल ईयर 2024 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 7 फीसदी कर दिया है। उन्होंने कहा कि तीसरी तिमाही में जीडीपी 6.5 फीसदी और चौथी तिमाही में 6 फीसदी की दर से बढ़ेगी। दास ने कहा कि 2024-25 की पहली तिमाही के लिए वास्तविक जीडीपी ग्रोथ 6.7 प्रतिशत, दूसरी तिमाही में 6.5 प्रतिशत और तीसरी तिमाही में 6.4 प्रतिशत रहने का अनुमान हैं।
शक्तिकांत दास ने नवंबर-दिसंबर महीने में खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि महंगाई के लिहाज से चिंता का कारण बना हुआ है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में खुदरा महंगाई दर 5.4 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है। मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में खुदरा महंगाई दर 5.6 परसेंट और चौथी तिमाही में 5.2 फीसद पर रहने की उम्मीद है। अभी हम महंगाई दर को चार परसेंट पर लाने के लक्ष्यि को हासिल नहीं कर पाएं हैं। आरबीआई गवर्नर ने बताया कि एसडीएफ रेट 6.25% और एमएस एफ रेट 6.75% पर बरकरार है। उन्होंने कहा कि बैंकों और कॉरपोरेट के मजबूत दोहरे संतुलन से आने वाले समय में प्राइवेट सेक्टकर का निवेश बढ़ेगा। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महंगाई दर चार प्रतिशत पर लाने के प्रति आरबीआई प्रतिबद्ध है और हर संभव कोशिशें कर रहा है।
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