उन्नत पशुपालन ही समृद्धि का प्रमुख आधार : खेमराज
उदयपुर, 12 जून/ उन्नत पशुपालन ही समृद्धि का मुख्य आधार है, अतः पशुपालकों को चाहिए कि वे उन्नत पशु रखें एवं विभागीय कार्यक्रमों व योजनाओं का लाभ उठाते हुए उन्नत पशु प्रबंधन कर आय वृद्धि करने का प्रयास करें। यह विचार पशुपालन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव खेमराज चौधरी ने पशुपालन प्रशिक्षण संस्थान में आयोजित त्रिदिवसीय आवासीय बकरीपालन प्रशिक्षण कार्यक्रम में व्यक्त किये। चौधरी ने कहा कि प्रशिक्षण में दी जाने वाली जानकारियों को पशुपालन व्यवसाय में अपनाकर उत्पादन में अत्याधिक वृद्वि की जा सकती हैं। उन्होंने पशुपालकों से कहा कि वे प्रशिक्षण में स्वयं कार्य करके सीखने की प्रवृत्ति को विकसित करें।
गरीब की गाय बकरी का विमोचन
संस्थान द्वारा प्रकाशित गरीब की गाय बकरी विषयक फोल्डर का विमोचन करते हुए एसीएस चौधरी ने कहा कि स्वरोजगार की दृष्टि से कम पूंजी में बकरीपालन बेहतर विकल्प है। संस्थान के उपनिदेशक डॉ. राकेश पोखरना एवं डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने संस्थान की गतिविधियों एवं प्रगति से एसीएस को अवगत कराया। इस अवसर पर डॉ. ललित जोशी, डॉ. राकेश पोखरना, डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी, डॉ. सुरेश शर्मा, डॉ. सरोज मीणा, डॉ. भूपेन्द्र भारद्वाज, डॉ. शरद अरोड़ा, डॉ. चन्द्रशेखर भटनागर, डॉ. भगवती लाल दशोरा आदि उपस्थित थे।
गरीब की गाय बकरी का विमोचन
संस्थान द्वारा प्रकाशित गरीब की गाय बकरी विषयक फोल्डर का विमोचन करते हुए एसीएस चौधरी ने कहा कि स्वरोजगार की दृष्टि से कम पूंजी में बकरीपालन बेहतर विकल्प है। संस्थान के उपनिदेशक डॉ. राकेश पोखरना एवं डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी ने संस्थान की गतिविधियों एवं प्रगति से एसीएस को अवगत कराया। इस अवसर पर डॉ. ललित जोशी, डॉ. राकेश पोखरना, डॉ. सुरेन्द्र छंगाणी, डॉ. सुरेश शर्मा, डॉ. सरोज मीणा, डॉ. भूपेन्द्र भारद्वाज, डॉ. शरद अरोड़ा, डॉ. चन्द्रशेखर भटनागर, डॉ. भगवती लाल दशोरा आदि उपस्थित थे।
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