जिला प्रशासन लोगों की जीवन रक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ेगा, घरों में रहें, मास्क पहनें -डीएम

जिला प्रशासन लोगों की जीवन रक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ेगा, घरों में रहें, मास्क पहनें -डीएम

धौलपुर, 18 अप्रैल | कोविड-19 के संक्रमण की दर में लगातार इजाफा हो रहा है । कोरोना संक्रमण का फैलाब होना चिंताजनक है। कोरोना के तीव्र गति से फैलने वाले संक्रमण की दर में लगातार वृद्धि होने के कारण संपूर्ण प्रदेश में कर्फ्यू लागू किया गया है । जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री द्वारा कोरोना के बढ़ते संक्रमण के संबंध में चिंता व्यक्त की गई । मास्क लगाने एवं वैक्सीनेशन के साथ साथ सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना सख्ती से करें । जिला कलक्टर ने बताया कि राज्य में कोरोना मरीजों की साप्ताहिक पॉजिटिविटी दर बढ़ी है। मृत्यु दर का आंकड़ा भी बढ़ रहा है। पिछले 10 दिनों में मृत्यु दर में 4 गुनी बढ़ी है। धौलपुर जिले की कोविड -19 की साप्ताहिक पॉजिटिविटी रेट 11 अप्रैल से 17 अप्रैल तक 16.94 प्रतिशत तक बढ़ी जो कि चिंताजनक है। इस दर से कोरोना का बढ़ना बहुत ही भयावह स्थिति है । सजगता और सावधानी बरतने के साथ साथ घर पर ही रहें तभी इस कोरोना की बढ़ती चेन को तोड़ा जा सकता है । ऑक्सीजन की अनुमानित उपलब्धता की आवश्यकता तेजी से बढ़ी है। कोविड-19 महामारी की बढ़ती गति से दो कदम आगे बढ़कर संक्रमण को रोकने तथा समुचित इलाज की पुख्ता तैयारी सुनिश्चित करने हेतु जिला प्रशासन अलर्ट है । इस मुश्किल घड़ी में राज्य सरकार के निर्देशानुसार जिला प्रशासन लोगों की जीवन रक्षामें कोई कसर नहीं छोड़ेगा । कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा की गई । उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग तथा जिला प्रशासन जिले में कोरोना प्रबंधन के लिए अधिकाधिक संसाधन जुटाएं । किसी भी स्तर पर कोई कमी नहीं रहे । हमारे लिए हर व्यक्ति की जान कीमती है । उन्होंने जिले के सभी ब्लॉक में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए मानचित्र पर रूटचार्ट बनाने के निर्देश दिए, ताकि आवश्यकता बढ़ने पर सभी जगहों पर जल्द से जल्द मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके । आरटीपीसीआर जांचों की रिपोर्ट में देरी नहीं होनी चाहिए । उन्होंने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को वस्तुस्थिति से अवगत कराने तथा अनियमितता करने वाली लैब्स एवं कार्मिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए । उन्होंने कहा कि महामारी के समय में इस तरह की लापरवाही से ने केवल संक्रमण बढ़ता है बल्कि यह स्थिति किसी के लिए जानलेवा भी साबित हो सकती है। कोविड मरीजों के लिए रेमडेसिविर इंजेक्शन तथा मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता पर विस्तार से चर्चा कर चिकित्सकों द्वारा इन जीवन रक्षक दवाओं का तार्किक और आवश्यकता के अनुरूप उपयोग सुनिश्चित करने के लिए रेमडेसिविर और ऑक्सीजन सिलेण्डरके विशेष प्रोटोकॉल जारी करने की बात कही । उन्होंने कहा कि इस संबंध में अस्पतालों के चिकित्सक सहित विभिन्न मेडिकल विशेषज्ञों के साथ चर्चा कर सकते हैं, जिससे किसी भी जरूरी संसाधन का व्यर्थ उपभोग नहीं हो । उन्होंने कहा कि इन केन्द्रों पर मरीजों के लिए भोजन की व्यवस्था इंदिरा रसोई योजना के माध्यम से की जाएगी । आवश्यकता पड़ने पर इंदिरा रसोई से भोजन के पैकेट क्वारंटाइन तथा कोविड केयर सेंटरों पर वितरित किए जा सकेंगे । संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने घर-घर सर्वेक्षण शुरू किया है, ताकि संभावित मरीजों को जल्द से जल्द चिन्हित कर आइसोलेट किया जाए और उनका तुरंत इलाज शुरू किया जाए, ताकि अस्पतालों परमरीजों का दबाव नहीं बढ़े । इसके लिए आशा सहयोगिनी, एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित कोरोना कंट्रोल एवं ग्राम स्तरीय निगरानी दलों सहित वार्डवार भी निगरानी दल बनाये गए है । वायरस का प्रकोप बहुत ही खतरनाक साबित हो रहा है। राज्य सहित जिले में कोरोना के संक्रमण का फैलाब होना बहुत ही गंभीर स्थिति का सूचक है । वैक्सीनेशन, मास्क सहित आवश्यक दूरी की पालना एवं सरकार द्वारा जारी प्रोटोकॉल की पालना करना आवश्यक है।
जिंदा रहना जीविका से ज्यादा जरूरी है । कोविड नियंत्रण हेतु कोविड अनुशासन अपनाना बहुत जरूरी है। बाहर से आने वाले लोगों को 15 दिवस के लिए होम कवारेन्टीन कराने के लिए आमजन सहयोग करें । जन जागरूकता अभियान के माध्यम से ही कोरोना पर नियंत्रण किया जा सकता है । संवाद कार्यक्रम के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत,अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक बचन सिंह मीणा, सीएमएचओ डॉ गोपाल प्रसादगोयल, पीएमओ डॉ समरवीर सिकरवार, धर्मगुरुओं सहित अन्य उपस्थित रहे।
  • Powered by / Sponsored by :