करणी विहार क्षेत्र में परिवार को बंधक बनाकर डकेती डालने की वारदात का पर्दाफाश, नेपाल के 18 डकैतों ने दिया वारदात को अन्जाम

करणी विहार क्षेत्र में परिवार को बंधक बनाकर डकेती डालने की वारदात का पर्दाफाश, नेपाल के 18 डकैतों ने दिया वारदात को अन्जाम

जयपुर, 6 मई। पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम श्रीमती ऋचा तोमर ने बताया कि पुलिस थाना करणी विहार पर दिनांक 03.05.2022 को परिवादी श्री मैथिली शरण शर्मा निवासी मोहित फार्म भैरव नगर द्रोणपुरी रोड़ पुलिस थाना करणी विहार जयपुर पश्चिम ने उपस्थित होकर एक रिपोर्ट पेश की कि मैं अपने फार्म हाउस में बने मकान में मेरी पत्नि श्रीमती मंजू शर्मा, मेरा पुत्र मोहित, पुत्री डॉ0 मोनिका (मय नवजात पुत्री) रहते हैं। फार्म के गेट के पास मैनें कमरे बनवा रखें है जिसमें नौकर रहते हैं। करीब डेढ़ माह पूर्व मैने घर व फार्म हाउस की देखभाल हेतु नेपाल के रहने वाले अनिल, रूद्र उनकी पत्नियां श्रीमती लक्ष्मी, संध्या को हमारे 5 नौकर जिनको पूर्व नौकर दिनेश के बहनोई हरीश की जानकारी से काम पर रखा था जो हमारे फार्म हाउस व घर में काम करते थे। दिनांक 02.05.2022 को शाम के समय 8 बजे मैं व एक मेरा पुत्र नीचे कमरे में बैठे थे अचानक एक घरेलू नौकर रूद्र आया उसने कहा कोई मिलने आया है और उसके पीछे ही 6-7 व्यक्ति हाथ में चाकू लिये कमरे में घुस कर मुझसे व मेरे पुत्र मोहित के साथ मारपीट कर हमारे हाथ पैर बांध दिये और हाथों व मुंह पर टेप लगा दी मारपीट के दौरान मेरे पुत्र के सिर पर दो बार बरछी से हमला करने पर मेरे द्वारा मेरे पुत्र को बचाने पर मेरे हाथ की उंगलियां कटी थी व मेरे पुत्र के कान पर चोट आई। करीब 3 घंटे तक उक्त व्यक्तियों ने पूरे मकान की आलमारियों बैग व बक्सों के ताले तोड़कर सामान बिखेर दिया। करीब 3 घंटे बाद उन लोगों के जाने के बाद देखा तो मकान में नीचे के बैडरूम में मेरी पत्नि व पुत्री के हाथ पैर बंधे हुए थे। प्रथम मंजिल पर रखे एक ट्रॉली बैग व एक छोटा बैग में लूट का सामान सोना चांदी के जेवरात व बर्तन वह लोग लूट कर ले गये। आदि पर अभियोग संख्या 219/2022 धारा 459, 342, 395, 397, 120बी आईपीसी में पंजिबद्ध कर अनुसंधान प्रारम्भ किया गया।
प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये अति0 पुलिस उपायुक्त श्री रामसिंह शेखावत के निर्देशन मेसहायक पुलिस आयुक्त वैशाली नगर श्री आलोक कुमार के नेतृत्व मे थानाधिकारी पुलिस थाना करणी विहार श्री जयसिंह बसेरा, थानाधिकारी श्री हीरालाल पुलिस थाना वैशाली नगर, थानाधिकारी भांकरोटा श्री रविन्द्र सिंह,श्री गुरू भूपेन्द्र सिंह पुलिस निरीक्षक जिला विशेष शाखा, श्री राजेश कुमार एस आई व श्री ओमवीर सिंह एस आई पुलिस थाना वैशाली नगर, श्री सुल्तान सहायक उप निरीक्षक पुलिस थाना बनीपार्क, श्री रामलाल सहायक उप निरीक्षक पुलिस थाना कालवाड़,श्री सागर कड़वा कानि0, श्री लालाराम हैड कानि0, कानि0 श्री रामावतार, श्री रोहिताश कानि0, बाबुलाल कानि0 7634, कानि0 श्री यशवीर, कानि0 श्री बीरबल, श्री कमलेश कानि0 पुलिस थाना करणी विहार , कानि0 श्री सुरेन्द्र कुमार 9049 व कानि0 श्री देवेन्द्र कुमार 9111, श्री मोहनलाल कानि0 पुलिस थाना वैशाली नगर व श्री बलराम हैड कानि0 व कानि0 श्री राकेश पुलिस थाना झोटवाड़ा, श्री प्रवीण, श्री मनेन्द्र, श्री भरत, श्री रामेश्वर, श्री हरीराम, श्री सुनील हैड कानि0, कृष्ण कुमार कानि0, श्री प्रकाश हैड कानि0, श्री राजेन्द्र कानि0 जिला विशेष शाखा व श्री शेर सिंह कानि0 , श्री मन्नालाल कानि0, श्री जयविन्द्र कानि0 पुलिस थाना कालवाड, श्री रणवीर हैड कानि0 पुलिस थाना चित्रकूट व श्री दिनेश कानि. 10957 (कार्यालय पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम तकनीकी सहायता)की एक टीम बनाई गई।
डकैती की योजना
डकैती की वारदात का मास्टर माईन्ड रणजीत थापा पुत्र श्री मान बहादुर उम्र 38 वर्ष जाति हिन्दू निवासी ग्राम देवरिया वार्डनं0 07 थाना जीपरका, जिला कैलाली नेपालहै इसके पड़ौस में हरीश नामक व्यक्ति रहता है जिससे इसकी दोस्ती थी। हरीश जयपुर में करीब 10 वर्ष से रहकर लोगों के घरों में नेपाली नौकर उपलब्ध कराने का काम करता है। मार्च के शुरू में रणजीत सिंह थापा व हरीश दोनों नेपाल में मिले जहां थापा ने जयपुर में बड़ी वारदात को अन्जाम देकर भारी धनराषि की लूट करने के लिये प्रस्ताव रखा । इस पर हरीश ने कहा कि इसकी तैयारी के लिये मेरे को कुछ रूपयों की आवष्यकता रहेगी इस पर थापा ने हरीश को 40000 रूपये एडवांस दिये। इस योजना के क्रम में हरीश ने थापा को बताया कि पीड़ीत परिवार के घर पर पूर्व में मेरा साला दिनेश 2019 में नौकर रहा है और मेरी पत्नी संगीता भी लॉकडाउन के समय 2020 में नौकर रही है। घर में वृद्ध दम्पति है तथा करीब 10 करोड़ के आसपास रूपये तथा करोड़ों के जेवरात व सोना चांदी मिलने की पूर्ण संभावना है। इस योजना के क्रियान्वयन के लिये हरीश ने अपने परिचित रूद्र उसकी पत्नी संध्या व अनिल उसकी पत्नी लक्ष्मी को मार्च के अंतिम सप्ताह में पीड़ित परिवार के घर में नौकर रखवाये।
डकैती में शामिल डकैत :- डकैती की वारदात को अंजाम देने के लिये डकैतों व गाड़ियों की व्यवस्था का जिम्मा रणजीत सिंह थापा ने लिया जिसमें उसे अपने परिचित व साथी नेपाल निवासी एस डी संतोष, तपेन्द्र, आर डी ठाकुर, नारायण जो नेपाल में ही निवास करते थे को शामिल किया तथा अपने परिचित नेपाल निवासी जो भारत में रहकर कार्य कर रहे थे आर जे सिंह (दिल्ली) संजित (गुड़गांव) को शामिल किया तथा नेपाल निवासी गणेष व तुलासिंह जो कुंडली (सोनीपत) में रहकर कुंडली सोनीपत से नेपाल तक सवारियों में गाड़ी चलाने का काम करते हैं को शामिल किया। हरीश ने अपने साथ अपनी दोनों पत्नियों संगीता व गोमा तथा अपने साले दिनेष को इस योजना में शामिल किया। हरीश उसकी दोनों पत्नियां व साला दिनेष जयपुर में ही झोटवाड़ा में रह रहे थे हरीश स्वयं का नेपाल आना जाना रहता था।

डकैती में काम में लिये गये हथियार की व्यवस्था
यह दायित्व हरीश को सौंपा गया था जिसने तीन चाकू, दो लोहे की रॉड़, हथौड़ी, दो स्क्रू ड्राईवर, रस्सी, टेप की व्यवस्था की। हथौड़ी इसलिये ली गई थी क्योंकि अन्दर काम करने वाले नौकरों और हरीश के साले दिनेष व पत्नी संगीता ने बताया था कि बहुत सारा धन दीवारों और बाथरूम में दबा है इसलिये उसे तोड़कर धन निकालना है।

डकैती का पहला प्रयास
योजना के मुताबिक दिनांक 17 अप्रेल को रणजीत थापा अपने साथ एस बी संतोष, नारायण, आर टी ठाकुर, रूद्र की पत्नी संध्या की बहिन हेमा और तपेन्द्र को नेपाल से लेकर 18 अप्रेल को गुड़गांव पहुंचा। वहीं पर कुंडली सोनीपत से गणेश व तुलासिंह वैगन आर व ईको वैन गाड़ियां लेकर आ गये। यह सभी लोग इन गाड़ियों से जयपुर शाम को 4-5 बजे पहुंचे जहां 200 फीट हाईवे पर गाड़ियां खडी कर यह लोग झोटवाड़ा रोड़ पर हरीश के मकान पर पहुंचे। यह दिन इन्होने इसलिये चुना क्योंकि पीड़ित परिवार के पुरूष सदस्यों को शादी में बाहर जाना था परन्तु वह लोग इसलिये घटना को अंजाम नहीं दे सके क्योंकि पीड़ित परिवार शादी में नहीं गये व उनके मेहमान भी आ गये थे। यहां यह उल्लेखनीय है कि अन्दर के चारों नौकर रणजीत सिंह थापा व हरीश से मोबाईल पर सम्पर्क में थे जो पल पल की खबर इन तक पहुंचा रहे थे। अन्त में इन्होने घटना आईन्दा कारित करने का निर्णय लिया तथा हथियार हरीश ने बैग में डालकर रूद्र के पास अन्दर भिजवा दिये तथा संध्या की बहिन हेमा को भी हरीश ने यहीं नौकर रखवा दिया जिसे रणजीत सिंह थापा अपने साथ लेकर पीड़ित के घर छोड़कर आया तथा मैथिली शरण से मिलकर भी आया। जो डकैत दोनों गाड़ियों से आये वह वापस उसी प्रकार अपनी अपनी जगह वापस चले गये।
डकैती का दूसरा प्रयास

डकैती हेतु पुनः योजना बनाकर रणजीत सिंह थापा नेपाल गये हुए गणेश की वैगन आर से तपेन्द्र, संतोष, आर टी ठाकुर के साथ गुड़गांव 2 मई 2022 को पहुंचा जहां शेष डकैत आर जे सिंह व संजित मिले। तुला सिंह किसी कारणवश नहीं आ सका अतः उसने संजित को ईको वैन देकर भेजा था। इन दोनों गाड़ियों से जयपुर शाम को 5 बजे 200 फीट बाईपास पहुंचकर गाड़ियां साईड में खड़ी कर हरीश के कमरे पर चले गये जहां योजना बनाकर वापस पीड़ित परिवार के निवास के आस पास शाम को 8 बजे आ गये।
अनिल ने 08.30 बजे सूचना दी कि सारा परिवार घर में है और मैन फार्म का पिछला गेट खुला रखा है। चूंकि यह मकान फार्म हाउस में बना है जो 13-14 बीघा का है व चारों तरफ डन्डा बना है इसलिये डकैतों ने फार्म हाउस के पिछले गेट से प्रवेष कर मकान के मुख्य गेट से अन्दर प्रवेश कर गये । रूद्र ने अपने कमरे से हथियार लाकर दे दिये जिनसे इन डकैतों ने पहले पीड़ित परिवार के साथ मारपीट की मोबाईल छीन लिये तथा इनके हाथ पैर बांध दिये। घर में कुल पांच व्यक्ति थे मैथिली शरण उनकी पत्नी मंजू उसका पुत्र मोहित व पुत्री मोनिका तथा उसका छोटा बच्चा इसके पष्चात इन्होने घर की तलाषी ली व सारी नगदी व जेवरात इक्कठे कर लिये । योजना के अनुसार गहने व नगदी नहीं मिलने पर डकैतों ने हरीश जो बाहर से घर की निगरानी कर रहा था उससे व उसकी पत्नी संगीता से विडियो कॉल कर पूछा की धन कहां छुपा कर रखा हुआ है। फिर संगीता व हरीश के बताने पर उन्होने बाथरूम की टाईल, वॉष्बेसिन के शीषे व दीवारें भी हथौड़ी से मारकर चैक किया पर कोई नगदी व गहने वहां नही मिले।
इसके पश्चात् इन्होने सारा सामान तीन बैगों में रखा व अपने साथ लाई हुई दोनों गाड़ियों से तथा मैथिली शरण की क्रेटा से बाहर मुख्य सड़क पर आ गये जहां क्रेटा को छोड दिया गया। संगीता अपने परिवार के लिये एक टैक्सी कार मंगवाई। इन तीनों कार से यह सभी 17 लोग गुड़गांव भाग गये। गुड़गांव पहुंच कर संजित के मकान पर इन्होने सारे जेवरात सरगना रणजीत व उसके साथी गणेष, तपेन्द्र, नारायण व आर टी ठाकुर ने अपने पास रख लिये तथा तुला सिंह को बुलाकर चांदी के बर्तन व कुछ चांदी के जेवरात सुपुर्द कर दिये क्योंकि उनको नेपाल ले जाने में खतरा था। उन्हे तुला सिंह द्वारा विक्रय करना था तथा जेवरात को नेपाल ले जाकर बेचकर रूपये बांट लेना तय किया। डकैती में नगद मिले 3 लाख 60 हजार रूपयों को इन्होने 15 हिस्सों में 24 - 24 हजार रूपयों के हिसाब से बाट लिया। बंटवारे के बाद रणजीत थापा, गणेश के साथ उसकी वैगन आर से तपेन्द्र, नारायण व संतोष के साथ रवाना हो गये शेष अपने अलग अलग साधनों से रवाना हो गये।
पुलिस एक्शन
इस गम्भीर डकैती की वारदात से यह पता चल गया था कि डकैती करने वाले नेपाली लोग है और उनका तरीका वारदात घटना के तुरन्त बाद नेपाल भागना है । इसलिये नाकाबंदी करवाई गई तथा नेपाल जाने का प्रचलित बॉर्डर रूपादेही, बहराईच उतरप्रदेश के लिये तुरन्त टीम रवाना की गई। इस टीम में री ओमवीर सिंह एस आई के नेतृत्व में कानि0 श्री मोहन 9626 पुलिस थाना वैशाली नगर, कानि0 श्री रामवतार 9488, श्री रोहिताश कानि0 10765 पुलिस थाना करणी विहार के साथ रूपेदैही जिला बहराईच उतरप्रदेश रवाना की गई। इसके पश्चात् इस पारम्परिक नेपाल मे जाने के रास्ते के अलावा और रास्ते मालूम करने के लिये नेपाल और भारत के बीच आवागमन के रास्तों से मालूम करने के लिये भौगोलिक मैप का अध्ययन किया गया व तीन अन्य जगहों को चिन्हित किया गया जहां से भारत सीमा से नेपाल में प्रवेश किया जा सकता है। उक्त तीन स्थान गौरीफन्टा जिला लखीमपुर खीरी उत्तरप्रदेश, बनबासा जिला चम्पावत उत्तराखंड तथा तिकुनिया जिला लखीमपुर खीरी उत्तरप्रदेश पाये गये। इस प्रकार इन चारों स्थनों पर निम्न टीमों अविलम्ब रवाना किया गया।
1. श्री गुरू भूपेन्द्र सिंह पुलिस निरीक्षक मय हैड कानि0 श्री सुनील कुमार 2066 , श्री रामेश्वर कानि0 6310, कानि0 श्री प्रवीण 8947 जिला विशेष शाखा जयपुर पश्चिम को तिकुनिया जिला लखीमपुर खीरी उतरप्रदेश ।
2. श्री राजेश कुमार एस आई को मय कानि0 श्री देवेन्द्र 9111, कानि0 श्री सुरेन्द्र कुमार 9049 पुलिस थाना वैषाली नगर व हैड कानि0 श्री रणवीर 2088 पुलिस थाना चित्रकूट को गौरीफन्टा जिला लखीमपुर खीरी उतरप्रदेश ।
3. श्री सुल्तान ए एस आई पुलिस थाना बनीपार्क व श्री रामलाल ए एस आई मय कानि0 श्री शेर सिंह 10378, श्री मन्नालाल कानि0 6220, कानि0 श्री जयविन्द्र 4191 थाना कालवाड को बनबासा जिला चंपावत उतराखण्ड।

मुल्जिम तुला सिंह से बरामद एवं जप्त सामान
1. एक गले का सोने जैसी धातु का हार
2. एक गले का हार लम्बा चैनदार सोने जैसी धातु का (पैण्डलनूमा)
3. एक गले का सोने जैसी धातु का हार,
4. एक गले का हार सोने जैसी धातु का
5. एक गले का हार सोने जैसी धातु का चैनदार
6. एक गले का सोने जैसी धातु की माला
7. एक हार सैट सोने जैसी धातु का
8. एक सोने जैसी धातु का टुटा हुआ गले के हार का पैण्डल चन्द्राकार,
9. एक माथे पर पहनने की रखङी सोने जैसी धातु की
10. एक सोने जैसी धातु का गले का हार
11. एक सोने जैसी धातु का मंगलसूत्र चैनदार
12. एक सोने जैसी धातु का गले का हार चैनदार
13. एक गले का सोने जैसी धातु का हार
14. एक गले का सोने जैसी धातु का टुटा हुआ हार
15. एक सोने जैसी धातु का सटका लटकनदार
16. तीन चुङिया सोने जैसी धातु की।
17. चार चुङिया सोने जैसी धातु की
18. दो चुङियाँ सोने जैसी धातु की पतली चमकदार
19. एक सोने जैसी धातु का कङा जालीदार
20. दो कङे सोने जैसी धातु के
21. एक चुङी सोने जैसी धातु की टुटी हुई
22. एक कङा सोने जैसी धातु का टुटा हुआ
23. एक सोने जैसी धातु का टुटा हुआ कङा
24. एक सोने जैसी धातु की मुङी हुई चुङी
25. एक सोने जैसी धातु का मंगलसूत्र
26. एक सोने जैसी धातु का हाथ का कङा
27. एक सोने जैसी धातु का बङा व मोटा हाथ का कङा
28. एक सोने जैसी धातु की छोटी चम्मच
29. एक सोने जैसी धातु की डिजाईनदार कानो के टाँप्स
30. सोने जैसी धातु के भगवान के आसन छतरी लगे हुये दो
31. सोने जैसी धातु की सुनहरी लटकन कुल पांच नग
32. सोने जैसी धातु की फैन्सी चुङे की लटकने
33. सोने जैसी धातु की दो चुङियाँ
34. तांबे जैसी धातु की पतली पतली पातङियाँ तीन बङी व तीन छोटी
35. एक सोने जैसी धातु का टुटा हुआ पैण्डल ।
36. एक सोने जैसी धातु का ऊँ की डिजाईन
37. एक सोने जैसी धातु का हरे रंग के मोती लगा हुआ कान का टाँप्स
38. एक चांदी जैसी धातु की सफेद मोतीयो की माला
39. एक सफेद मोतीयो की माला
40. एक लाल मोतीयो की माला
41. एक कलाई पर बांधने का फैन्सी आईटम जिस पर चांदी जैसे रंग के बङे मोती लगे है
42. एक माला चांदी जैसी धातु की
43. एक सोने जैसी धातु का नाक मे पहनने का
44. एक सोने जैसी धातु की लेडिज अंगुठी पुरानी
45. एक सोने जैसी धातु की लेडिज अंगुठी
46. एक सोने जैसी धातु की चाबी का लोकेट
47. चांदी जैसी धातु के दो गिलास फैन्सी स्टेण्ड लगे हुये
48. एक चांदी जैसी धातु की कटोरी फुलपत्ती की डिजाईन बनी हुई
49. एक चांदी जैसी धातु की छोटी कटोरी
50. एक चांदी जैसी धातु की छोटी कटोरी स्टेण्ड लगी हुई
51. एक चांदी जैसी धातु की मुङी हुई कटोरी
52. एक चांदी जैसी धातु की कटोरी फुलपत्ती की डिजाईन
53. एक चांदी जैसी धातु की कटोरी पुरानी गोल
54. एक चांदी जैसी धातु का कटोरा स्टेण्ड वाला गोल पुराना
55. एक चांदी जैसी धातु की कटोरियाँ छोटी , बङी
56. एक चांदी जैसी धातु की कटोरी पुरानी छोटी डिजाईनदार
57. एक चांदी जैसी धातु की कटोरी गोल्डन रंग की मुङी हुई
58. चार चांदी जैसी धातु की कटोरिया फुलपत्ती की डिजाईनदार
59. चांदी जैसी धातु का कटोरा जालीनूमा बङा चौकोरनूमा स्टेण्ड लगा
60. चांदी जैसी धातु का कटोरा छोटा जालीदार चौकारनूमा स्टेण्ड लगा
61. एक चांदी जैसी धातु का छोटा लोटा डिजाईनदार
62. दो चांदी जैसी धातु के लोटे
63. चांदी जैसी धातु का बजने वाला झुनझूना बच्चे का
64. एक चांदी जैसी धातु का चौकोर पत्र जिस पर माताजी की मूर्ति उकेरी हुई है।
65. एक चांदी जैसी धातु की गोल्डन रंग की हुई पूजा की थाली जिसमे एक लोटा, एक सिन्दुरदानी , एक चौपङा चिपका हुआ है
66. एक चांदी जैसी धातु का छोटा छत्र
67. एक चांदी जैसी धातु की पेङ की तीन पत्तीयाँ जिन पर शिवलिंग बना हुआ है
68. चांदी जैसी धातु का एक दीपक जो ऊ की डिजाईन मे बना हुआ है
69. चांदी जैसी धातु का एक काले मोतीयो का निजरा छोटा बच्चो का
70. एक चम्मच गोल्डन रंग की चांदी जैसी धातु
71. एक चांदी जैसी धातु का दीपक पुराना
72. चांदी जैसी धातु की कटोरियाँ स्टेण्ड लगी हुआ तीन
73. चांदी जैसी धातु की कटोरी जाली नूमा काले रंग के गोल प्लास्टिक पर चिपकी हुई है
74. एक चांदी जैसी धातु का गोल कटोरा जिसके तीन पाये लगे हुये है
75. एक लोटा चांदी जैसी धातु का सिल्वर रंग का डिजाईनदार
76. एक लोटा चांदी जैसी धातु का सिल्वर रंग का सादा
77. एक लोटा चांदी जैसी धातु का सिल्वर रंग सादा 78. चांदी जैसी धातु के गिलास छोटे बङे कुल 13 नग
79. चांदी जैसी धातु की ट्रे अण्डाकार दो नग 80. चांदी जैसी धातु की दो प्लेटे एक बङी व एक छोटी
81. चांदी जैसी धातु की दो चम्मच 82. चांदी जैसी धातु की चौकोर लकङी पर मंढी प्लेट 83. एक चांदी जैसी धातु की बांसूरी पुरानी 84. एक हाथ घङी लेदर के फीते वाली अण्डाकार घङी पर MQE G 040 85. एक हाथ घङी चैनदार सिल्वर रंग की पुरानी घङी Colleiten Quartz 86. एक हाथ घङी सिल्वर रंग की चैनदार जिस पर SEKONDA अंकित है। 87. एक हाथ घङी काले रंग का फीता लगा हुआ है घङी पर KD Quartz का लेबल
88. एक हाथ घङी चैनदार पुरानी चौकोर छोटी C MAX की है। 89. एक हाथ घङी फीते वाली चौकोर Quartz कम्पनी की 90.एक हाथ घङी छोटी लाल रंग का फीता लगा हुआ है चोकोर है। 91. एक हाथ घङी चौकोर SWISS Army लेबल की काले रंग का फीता 92. एक हाथ घङी चौकोर पुरानी Sonata काले रंग का फीता लगा हुआ है।
93. एक हाथ घङी अण्डाकार हल्के पीले रंग का फीता लगा हुआ है घङी पर MQE G 040 लेबल लगा हुआ
94. एक हाथ घङी चैनदार गोल्डन रंग की छोटी पुरानी 95. एक हाथ घङी TITAN कम्पनी की बरंग सिल्वर बङी चैनदार है। 96. एक हाथ घङी चैनदार चौकोर Quartz का लेबल लगा हुआ है। 97. एक मोबाईल टेब सैमसंग कम्पनी का बरंग गोल्डन पुराना टेब के IMEI NO 359475/07/089272/5, 359576/07/089272/0 है।
98. एक मोबाईल फोन माईक्रोमेक्स कम्पनी का बरंग सफेद पुराना इस्तेमाली बंद हालत मे है जिसके IMEI NO911576000173366, 911576000275369 है। 99. एक मोबाईल फोन सैमसंग कम्पनी का बरंग काला पुराना बंद हालत मे है, IMEI NO 35351513619279601, 356346466192 79301 है। 100. एक मोबाईल फोन ओपो कम्पनी का ग्रे रंग का पुराना बंद हालत मे है फोन के IMEI NO 861932051078394, 8619320 51078386 है। 101. एक मोबाईल फोन सैमसंग कम्पनी का गोल्डन रंग का पुराना स्क्रीन टुटी हुई है,बन्द हालत मे है।मोबाईल फोन के IMEI NO 352335/08/671776/0, 352336/08/671776/8 है। 102.एक मोबाईल फोन सैमसंग कम्पनी का बरंग काला जो बंद हालत मे है । 103. एक मोबाईल फोन सैमसंग कम्पनी का बरंग काला जो बंद हालत मे है। 104.एक नीले रंग का बैग चैनदार बैग पर अरिस्टोक्रेट का लेबल लगा हुआ है।

मुल्जिम गणेश से जप्त माल
1. एक जोडी चांदी जैसी पायजेब 2. एक गले का हार सफेद धातू जैसा 3. सरस्वती जी की मूर्ति एक नग
4. एक सिक्का 5. जन्म पत्री एक नग 6. महात्मा गांधी की फोटो युक्त टुकडा एक नग 7. पायजेब जोडी 7 सफेद धातू 8. 02 नग पायजेब सफेद धातू 9. 02 जोडी बच्चे के हाथ के कडे सफेद धातू के 10. हाथ व पैर की अगुंठी व बिछिया 26 नग 11. नाक में पहनने वाली किली 03 नग 12. कान में पहनने वाली 05 नग 13. 02 पत्थर 02 नग 14. तीन टुकडे चांदी जैसे दिखनें वाले सफेद धातू के 02 नग

मुल्जिम नारायण नेपाली से जप्त सामान
1. हाथ का ब्रासलेट एक नग पीली धातू का 2. हाथ की चुडी एक नग पीली धातू 3. 02 चैन गले की 02 नग
4. 02 चैन गले की मय लोकेट 5. एक अंगुठी साधारण 6. हाथ की अंगुठी 07 नग 7. पैरों की बिछिया 02 नग
8. पीली धातू का एक सिक्का 9. कानों की गोल झुमकी 01 नग 10. कानों के बडे छोटे झुमके 12 जोडी
11. कान का झूमका एक जोडी 12. 04 पत्थर 04 नग 13. पीली धातू में लगे 05 पत्थर 14. कान के झूमका 03 नग 15. पैर की बिछिया 01 नग 16. कान की पूनी 01 नग 17. 08 नग पीली धातू के साथ 18. 07 नग छोटे बडे पिली धातू के टुटे फुटे टुकडे

रणजीत थापा के कब्जे से प्राप्त
1. पीली धातू के शेहर 02 नग 2. पीली धातू का गले का हार 01 नग 3. पीली धातू के हाथ के कडे के टुटे हुए 05 टुकडे 4. पीली धातू के मगंलसुत्र 02 नग 5. पीली धातू की गले की चैन 01 नग 6. पीली धातू की कान की गोल झुमकी 01 नग 7. पीली धातू की कान झुमकी चपटी 02 नग 8. पीली धातू की पैर की बिछिया 01 नग
9. तीन पत्थर 10. पीली धातू के साथ 02 पत्थर 11. पीली धातू के 03 टुकडे

नारायण नेपाली , रणजीत, गणेश के कब्जे से बरामद कार की तलाशी के दौरान मिला सामान
1. एक काले रंग का पोकेट बैग (HUSHP PUPPIES ) 2. एक हाथ घडी SEIKO कम्पनी 3. चांदी के सिक्के 05 नग
4. तीन नगर स्टोन 5. पीली धातू की एक अंगुठी 6. 450 रुपैयां नेपाली मुद्रा जप्तशुदा वाहन
1. कार वैगनार रंग सफेद न. HR-10-AK-1162
2. कार मारुती इको न. HR-69-E-4422

वारदात में शामिल अन्य मुल्जिमान का विवरणः-
1. तपेन्द्र (नारायण का चचेरा भाई) 2. आर. जे. 3. आर टी ठाकुर 4. सन्तोष 5. संजित 6. गोमा पत्नी श्री हरीश 7. रूद्र 8. अनिल 9. संध्या पत्नी श्री रूद्र 10. लक्ष्मी पत्नी श्री अनिल 11. हेमा (संध्या की बहिन) 12. हरीश 13. दिनेश (हरीश का साला) 14. संगीता पत्नी श्री हरीश
  • Powered by / Sponsored by :