अमेरिका में सिलिकॉन बैंक डूबने के बाद दूसरा बैंक पर लगा ताला, आर्थिक मंदी की शुरुआत . . .

अमेरिका में सिलिकॉन बैंक डूबने के बाद दूसरा बैंक पर लगा ताला, आर्थिक मंदी की शुरुआत . . .

अमेरिका में वित्तीय संकट थमता नजर नही आ रहा है। अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित सिलिकॉन बैंक डूबने के बाद कई ओर बैंकों पर खतरा बढ़ गया है। अमेरिका में सिलिकॉन वैली बैंक के बाद न्यूयॉर्क के सिग्नेचर बैंक पर भी ताला लग गया। अमेरिका में एक सप्ताह के भीतर 2 बैंकों का डूबना काफी भयावह स्थिति पैदा करने के लिए काफी है। इन बैंकों के डूबने से अमेरिका के बैंकिंग सेक्टर में बड़ा असर देखने को मिल सकता है। दो प्रमुख बैंकों पर ताला लटकने से रेकॉर्ड महंगाई, बढ़ती दरें और बैलेंस शीट पर इसका असर पड़ सकता है। इसे आर्थिक मंदी की शुरुआत के तौर पर इसलिए देखा जा रहा है, क्योंकि 2008 की मंदी भी बैंक के क्रैश होने के बाद ही देखने को मिली थी।

इसके अलावा अमेरिका के 6 और बैंकों पर खतरा बढ़ा गया है। इसको देखते हुए मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने 6 और बैंकों को रिव्यू में डाल दिया है। जिन बैंको को मूडीज ने रिव्यू में रखा है, उनके नाम हैं, फर्स्ट रिपब्लिक बैंक, जिओन्स बैनकॉपोरेशन, वेस्टर्न एलिएंस बैनकॉर्प, कॉमेरिका इंक, यूएमबी फाइनेंशियल कॉर्प और इंट्रस्ट फाइनेंशियल कॉर्पोरेशन। इसके साथ ही क्रेडिट रेटिंग कंपनी ने बैंक जमाकर्ताओं को की बिना बीमा वाली जमा राशि पर निर्भरता और उनके संपत्ति पोर्टफोलियो में नुकसान का खतरा बताया है।
अमेरिका में दो बड़े बैंक डूबने से भारतीय शेयर बाजार में इसका असर देखने को मिला। ऐसे में भारत सरकार भी लगातार इस पर निगरानी रख रही है। इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि वे टेक स्टार्टअप्स में लोगों से मुलाकात करेंगे और यह पता लगाने की कोशिश करेंगे कि भारत पर इसका क्या असर होगा।

उन्होंने ट्वीट करके कहा कि ‘बैंक का बंद होना निश्चित तौर पर दुनियाभर के स्टार्टअप के लिए परेशानी पैदा करने वाला होगा। स्टार्टअप नए भारत की इकॉनमी का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। इसके असर का आकलन करने के लिए मैं इस हफ्ते भारतीय स्टार्टअप के लोगों से मुलाकात करूंगा और यह पता लगाने का प्रयास करूंगा कि नरेंद्र मोदी सरकार संकट के इस समय में उनकी किस तरह मदद कर सकती है।

अमेरिका में दो बड़े बैंक डूबने से भारतीय शेयर बाजार में इसका असर देखने को मिला। मंगलवार को लगातार चौथे दिन गिरावट देखने को मिल रही है. आज सेंसेक्स (BSE Sensex) 340 अंक फिसलकर 58,000 के लेवल पर बंद हुआ है। बीएसई सेंसेक्स 337.66 अंक की गिरावट के साथ 57,900.19 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 111 अंक की गिरावट के साथ 17043 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले सोमवार को बाजार में शुरुआती बढ़त के बाद सेंसेक्स और निफ्टी में दोपहर बाद गिरावट देखने को मिली जोकि बाजार बंद होने तक गिरावट रही। सेंसेक्स 897.28 अंकों की गिरावट के साथ पांच महीने के निचले स्तर 58,237.85 अंकों पर बंद हुआ था। सेंसेक्स के तीस शेयरों में 29 नुकसान में रहे थे। इसके शेयरों में सबसे ज्यादा इंडसइंड बैंक का शेयर सात फीसदी से ज्यादा टूटा था। इसी के साथ निफ्टी भी लुढ़कर पांच महीने के निचले स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी के 50 में से 45 शेयर नुकसान में रहे थे।
  • Powered by / Sponsored by :