स्काउटगाइड द्वारा सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर व्यापक जन चेतना कार्यक्रम आयोजित

स्काउटगाइड द्वारा सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर व्यापक जन चेतना कार्यक्रम आयोजित

बूंदी 6 फरवरी - भारत स्काउट गाइड द्वारा सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत जिले भर में कार्यक्रम समन्वयक सर्वेश तिवारी के नेतृत्व टास्क फोर्स द्वारा रोचक विधियों द्वारा जनचेतना गतिविधियों का आयोजन किया गया। गुरुवार को दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की मदद कैसे करें विषय पर कार्यशाला, सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा पर जनचेतना रैली व नुक्कड़ नाटक के साथयमदूत बनकर स्काउट गाइड ने सड़क सुरक्षा नियमों को अपनाने के प्रति जनचेतना जागृत की ।
समन्वयक सर्वेश तिवारी के नेतृत्व में देई स्थानीय संघ सचिव मेघराज शर्मा व सहायक सचिव नीरज शर्मा के दल द्वारा यमराज व यमदूत बनकर तलवास बस स्टेंड, पंचायत के नयागॉव, गुदली के मध्य सडक पर स्काउट टीम के आशकरण बैरवा, स्काउट रमाकान्त, विकाश, दिलखुश, रूद्रप्रताप,योगेश व कृष्ण मुरारी द्वारा नुक्कड़ नाटक व जन चेतना कार्य किया । जिसमें दुपहिया वाहन चालक को यमराज बनकर नीरज शर्मा ने यमराज बनकर व यमदूतबने पटेल जी ने दुपहिया वाहन चालकों को एम्बुलेंस के साथ रोककर समझाया की बाबा यह हेलमेट है इसे पहनना वरना मैं ले जाऊंगा । इस अवसर पर शर्मा ने हेलमेट पहनाकर वयमदूत ने गुलाब भेट कर हेलमेट के प्रयोग हेतु प्रेरित किया । क्षेत्र में यमदूत केसाथ गुलाब भेंट कर नुक्कड़ सभाओं के साथ दिनभर वाहन चालको को हेलमेट के प्रयोग हेतु प्रेरित किया गया ।
स्काउटगाइड भवन पर रोवर स्काउट की प्रायोगिक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन कर सम्भगियों को कार्यक्रम समन्वयक सर्वेश तिवारी ने सड़क दुर्घटनाओ में पीड़ित के मददगार कैसे बने, सुनहरे घण्टे व प्राथमिक सहायता का प्रशिक्षण प्रदान किया व अभ्यास करवाया । कार्यशाला में तिवारी ने संभागियों को सम्बोन्धित करते हुए कहा कि गंभीर दुर्घटनामें घायल मरीज के लिए शुरुआत का एक घंटा उसके जीवन के लिए बहुत खास होता है, इस सुनहरे घंटे में उसे विशेष तरीके से मैनेज करने की आवश्यकता होती है, अगर घायल को प्रॉपर टाइम पर समुचित ट्रीटमेंट मिल गया तो उसका जीवन बचाया जा सकता है । सड़क दुर्घटना के बाद का यही प्रथम एक घंटा जिंदगी बचाने के सुनहरा पल होता है । गोल्डन आवर में मिलने वाले ट्रीटमेंट से करीब 30 प्रतिशत जानें बचायी जा सकती हैं । हर नागरिक का दायित्व है कि वह सड़क दुर्घटना के पीड़ित के मददगार बने व प्राथमिक सहायता के साथ उसको नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाए । सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसारअब जो पीड़ित को इलाज के लिए अस्पताल लेकर जाएगा उसे अपराधी नही माना जायेगा, मेडिकल खर्च के लिए कोई मांग नही होती, ऐसे किसी भी व्यक्ति से पुलिस पूछताछ नहीं होगी नाही व्यक्तिगत जानकारी देना अब आवश्यक है अस्पताल में रुकना भी आवश्यक नहीं है अतःआम व्यक्ति को दुर्घटना से आहत व्यक्ति की मदद के लिए आगे आना चाहिए । सीओ स्काउट गिरिराज गर्ग ने प्राथमिक चिकित्सा की विभिन्न विधियों का प्रशिक्षण देते हुए कहा कि दुर्घटना के तुंरत बाद फर्स्ट एड अस्सी प्रतिशत जिंदगी को बचाने का कारगर मार्ग है । कार्यशाला में भेरूलाल रेगर,रतनलाल गुर्जर, अक्षय कुमार शर्मा व खुशीराम माली के नेतृत्व में आहत को ले जाने की ह्यूमन क्रच, मानव बैसाखी, पिक बैक, टू थ्री वफोर हैंडेड शीट, स्ट्रेचर निर्माण, हेमलीच विधि, कृत्रिम श्वसन आदि का प्रदर्शन किया ।
इसीक्रम में उधर लाखेरी के स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल में स्काउट व गाइड के निर्देशन में छात्र-छात्राओं द्वारा रैली का आयोजन किया गया । प्रधानाचार्य श्रीमुकेश कुमार मीना ने हरी झंडी दिखाकर रैली को विद्यालय से रवाना किया । रैली विद्यालयसे निकल कर कोर्ट रोड होती हुई कोटा-दौसा मेगा हाई वे से विद्यालय प्रांगण पहुंची । रैली को स्काउट मास्टर शिवचरण शर्मा, योगा टीचर मनीष गौतम व्याख्याता जितेंद्र, गिरिराज, गोविंद, शंकरलाल व सियाराम ने सम्बोन्धित किया ।
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