डॉ. सतीश पूनियां ने संभाला भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पद, कहा 2023 में राजस्थान होगा कांग्रेस मुक्त

डॉ. सतीश पूनियां ने संभाला भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पद, कहा 2023 में राजस्थान होगा कांग्रेस मुक्त

    

  जयपुर, 08 अक्टूबर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने कहा कि वे पीएम मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को पूरा करने के लिए अपनी जी-जान लगा देंगे और प्रदेश के निकाय चुनाव एवं विधानसभा उपचुनाव से कांग्रेस मुक्त भारत अभियान की राजस्थान से शुरूआत करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अभी राष्टृीय स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक अंतर्कलह से जूझ रही है, जहाँ केंद्र में माँ-बेटे तो प्रदेश में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच सत्ता संघर्ष चल रहा है। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री अपने बेटे की बेरोजगारी दूर करने में इस कदर व्यस्त है कि उन्हें आमजन की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। डॉ. पूनियां मंगलवार को भाजपा कार्यालय में आयोजित अपने पदभार ग्रहण समारोह में उपस्थित अपार जनसमूह और कार्यकर्ताओं को सम्बोधित कर रहे थे। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के समय किसानों व युवाओं से जो वादे किए थे उनको पूरा नहीं किया इसलिए उसको लेकर जनता ठगा-सा महसूस कर रही है और महज 10 महीने के शासन में ही त्रस्त हो गई है। उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेताओं के आशीर्वाद एवं बूथ कार्यकर्ताओं की मेहनत के बल पर 2023 में राजस्थान कांग्रेस मुक्त होगा। कार्यकर्ताओं से अजेय राजस्थान अजेय भाजपा का आह्नान करते हुए कहा कि वे बूथ स्तर तक समर्पित होकर जनता की समस्याओं का निराकरण करने में अपना योगदान करें। इसी के साथ वे केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुँचे इसकी मॉनिटरिंग करें। पूनियां ने कहा कि शेरे राजस्थान भैंरोसिंह शेखावत ने बीमारू राजस्थान को विकासशील प्रदेश बनाया। वहीं अपने दोनों कार्यकाल में मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने विकास की इमारत को मजबूत किया। राजनीति मूल्यों और सिद्धांतों पर होती है, जो भाजपा के संस्कारों में है। उन्होंने कांग्रेस में बसपा के विलय पर चुटकी लेते हुए कहा कि सरकार मजबूत की जगह और कमजोर हो गई है। साथ ही कहा कि इस सरकार के आने के बाद मेहज 10 माह में दलितों एवं महिलाओं पर अत्याचार की घटनाऐं बढ़ी है। मंच पर पहनाए गए साफे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह जो जिम्मेदारी मुझे दी है, इसे मैं संकल्प और आपके सहयोग और आशीर्वाद के साथ विनम्रता पूर्वक स्वीकार करता हूँ। यह विश्वास दिलाता हूँ कि इसका सम्मान, एक आम कार्यकर्ता के रुप में कम नहीं होने दूंगा। उन्होंने कहा कि मेरा सिर्फ टाइटल बदला है और एक आम कार्यकर्ता के रुप में काम नहीं बदला है। उन्होंने कहा कि अगर कोई मुझसे मेरी वसीयत के बारे में पूछे तो मेरा सिर्फ इतना ही कहना कि मैंने पिछले 37 साल जो देश और समाज के लिए काम किया और अब इस पार्टी के लिए मेरी जान भी चली जाए तो मुझे परवाह नहीं। मेरी एक ही इच्छा है कि जब मेरा जनाजा निकले तो ‘‘कमल के फूल’’ और ‘‘पार्टी के झण्डे’’ के साथ ही निकले। अपने उद्बोधन में पूनियां ने बार-बार कार्यकर्ताओं को अपनी हिम्मत और पार्टी की ताकत बनाया। उन्होंने कहा कि आज जो मैं कुछ भी हूँ पार्टी के इन तमाम कार्यकर्ताओं की मेहनत और आशीर्वाद के बल पर हूँ। उन्होंने कहा इस नई जिम्मेदारी के साथ-साथ जो चुनौती मुझे मिली है उसके लिए पार्टी का हर कार्यकर्ता मजबूत हौंसलों को लेकर उनके साथ खड़ा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को कहा वे ही उनकी ताकत, हिम्मत और आशीर्वाद से यहाँ पहुँचे। मुझे यह साफा मंच से पहनाया गया हैं। मुझे यह छोटे भाई की तरह जिम्मेदारी दी है। पूनियां ने अपने भाषण में कई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आज मुझे जिम्मेदारी मिली है उसके पीछे मेरे विद्यार्थी परिषद के समय किए गए कार्य और संगठन से मिले संस्कार और मेहनत का परिणाम है। उन्होंने परिषद के कार्यकाल का जिक्र करते हुए उस दौरान के पलों और वरिष्ठ नेताओं, साथियों को भी याद किया। कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि मैं एक किसान परिवार में जन्मा हूँ और एबीवीपी के साधारण कार्यकर्ता के रुप में यात्रा शुरू की, मैंने कभी भी कल्पना नहीं कि थी कि पार्टी मुझे कभी ऐसी जिम्मेदारी सौंपेगी। आज मैं अपने काम और कार्यकर्ताओं की बदौलत ही प्रदेशाध्यक्ष बना हूँ। मैंने पदभार नहीं कार्यभार ग्रहण किया है। मैं पहले भी कार्यकर्ता था और हमेशा कार्यकर्ता रहूँगा। पूनियां ने इस मौके पर जनसंघ के संस्थापक श्यामाप्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी, पूर्व उपराष्ट्रपति भैरोसिंह शेखावत, सुन्दर सिंह भण्डारी, ललित किशोर चतुर्वेदी, हरि कुमार औदिच्य, के.के. गोयल, जगदीश प्रसाद माथुर, रघुवीर सिंह कौशल, मदन लाल सैनी को श्रद्धा से याद किया। पूनियां ने संघ के वरिष्ठ प्रचारक सोहन सिंह जी एवं लक्ष्मण सिंह जी को याद करते हुए उन्हें अपना प्रेरणास्त्रोत बताया। इसके अलावा पूर्व अध्यक्ष भंवरलाल शर्मा और हरिशंकर भाभड़ा के संस्मरणों को भी साझा किया। इससे पहले प्रदेशाध्यक्ष डॉ. पूनियां अपनी धर्मपत्नी मोहिनी और पुत्र व पुत्री के साथ सवेरे मोतीडूँगरी गणेश मन्दिर पहुँचे और उनका आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पथ संचलन और शस्त्र पूजन कार्यक्रम में भाग लिया। इसके बाद नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने साधु-संतों की मौजूदगी में मंत्रोच्चारण के साथ कन्या पूजन कर उनसे आशीर्वाद लेकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष पदभार ग्रहण किया। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर ने कहा कि मैं केन्द्रीय नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूँ कि एक साधारण से कार्यकर्ता को प्रदेशाध्यक्ष बनाया है। उन्होंने संघर्षशील कार्यकर्ता का उदाहरण देते हुए सतीश पूनियां की जमकर प्रशंसा की और कहा कि यह भाजपा पार्टी कार्यकर्ताओं की पार्टी है। ओम माथुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि धारा 370 हटने के बाद से कांग्रेस पूरी तरह से घबराई हुई है लेकिन भाजपा कार्यकर्ताओं को अति-उत्साह में नहीं आना है। नवम्बर माह में हमारा इम्तिहान है हमें पूरी ताकत से पंचायत और निकाय चुनावों में कांग्रेस को एक बार फिर से सबक सिखाना है और नवम्बर माह में राजस्थान कांग्रेस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जाएगी। इस मौके पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया ने कहा कि आज का सम्मान विचारधारा का सम्मान है। हम सबको भ्रष्टाचार के खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़नी है। हम केन्द्र में सत्ता में है इसलिये हमारी जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ गयी है। उन्होंने कहा कि भाजपा में गुणों, राष्ट्रवाद और मेहनत की पूजा होती है। हम सबको पार्टी को और ऊँचाई तक पहुँचाने के लिए चैगुनी मेहनत करनी है। पंचायत और निकाय चुनावों में एकजुट होकर जनता के बीच जाना है। केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर सतीश पूनियां के पदभार ग्रहण समारोह में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भाजपा परिवारवाद वाली पार्टी नहीं है बल्कि लोकतांत्रिक पार्टी है जिसके चलते पूनियां अध्यक्ष बने है। आज का दिन बेहद ही विशेष है क्योंकि मोदी जी के नेतृत्व में वायुसेना के लिए राफेल आएगा और केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह वहीं शस्त्र पूजन करने के लिए गए हुए है। अब आतंकियों से लोहा लेने के लिए यह चाय बेचने वाला भी सफल प्रधानमंत्री बने हुए है। उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पूनियां ने पार्टी के कई पदों पर काम किया और वे आज प्रदेशाध्यक्ष बने है। आज का दिन सही चुना है। अन्याय की हार हुई थी। मौजूदा सरकार अन्याय कर रही है। कानून का राज समाप्त हो गया है। जंगलराज के सामने आज संकल्प लेकर अविजित भाजपा कांग्रेस रहित भाजपा लेकर आगे बढ़े। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भी सम्बोधित किया। उन्होंने कहा आज का दिन पवित्र दिन हैं। आज के ही दिन असत्य पर सत्य का विजय का दिन है और राज्य में जिस तरह का शासन चल रहा है उसके खिलाफ सभी कार्यकर्ताओं को संगठित होकर इस राज्य की तानाशाही सरकार को उपचुनाव में सबक सिखाना है। इससे पूर्व प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा प्रेषित शुभकामना संदेश का वाचन किया, जिसमें राजे ने सतीश पूनियां के उज्जवल भविष्य की कामना की एवं आशीर्वचन प्रेषित किये। पदभार ग्रहण समारोह के दौरान केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ओम माथुर, राष्ट्रीय सह-संगठन महामंत्री वी. सतीश, प्रदेश महामंत्री (संगठन) चन्द्रशेखर, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचन्द कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. अरूण चतुर्वेदी, अशोक परनामी, प्रदेश महामंत्री अभिषेक मटोरिया, कैलाश मेघवाल, वीरमदेव सिंह जैसास, प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील कोठारी, राजेन्द्र गहलोत, प्रदेश मंत्री मुकेश दाधीच, दीया कुमारी, प्रदेश कोषाध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा, जयपुर शहर अध्यक्ष मोहनलाल गुप्ता सहित सांसद, विधायक एवं भाजपा के कई वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी और हजारों की तादाद में कार्यकर्ता मौजूद रहे। मंच संचालन प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा ने किया।  !!!
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