समयबद्ध कार्ययोजना बनाते हुए कार्यों को पूरा करने पर जोर 

समयबद्ध कार्ययोजना बनाते हुए कार्यों को पूरा करने पर जोर 

उदयपुर, 17 अगस्त/स्मार्ट सिटी उदयपुर के लिए विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा को लेकर स्मार्ट सिटी सलाहकार समिति की बैठक में कार्यों की शीघ्र क्रियान्विति को लेकर समयबद्ध कार्ययोजना बनाते हुए कार्य करने पर जोर दिया गया।
बैठक में गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, नगरीय विकास एवं आवासन मंत्री श्रीचंद कृपलानी, उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, नगर विकास प्रन्यास अध्यक्ष रवीन्द्र श्रीमाली, स्वायत्त शासन विभाग के प्रमुख शासन सचिव डॉ. मंजीत सिंह, जिला कलक्टर बिष्णुचरण मल्लिक, नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ सिहाग, यूआईटी सचिव रामनिवास मेहता, पर्यटन उपनिदेशक सुमिता सरोच, निगम के अधीक्षण अभियन्ता अरूण व्यास, वित्तीय सलाहकार दर्शना गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण मौजूद थे।
 बैठक में मंत्री श्री कृपलानी एवं प्रमुख शासन सचिव डॉ. मंजीत सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी कार्यां को गति देने की दिशा में निविदाएं, कार्यादेश एवं त्वरित क्रियान्विति को लेकर प्रभावी कार्य योजना बनाएं। साथ ही प्रगति की समीक्षा एवं सतत मोनिटरिंग की जाएं। जो ठेकेदार फर्म, फिसड्डी या नकारा साबित हों, उन्हें कार्यादेश से बाहर कर ब्लेक लिस्टेड कर दिया जाए। कार्य स्थलों पर विवरण बोर्ड स्थापित करने, योजना का नाम लिखने तथा कार्यां का एमआईएस पोर्टल पर अपडेशन व जियो टेगिंग पर जोर दिया गया।
उच्च स्तरीय तकनीकी संस्थाओं से कराएं निरीक्षण
स्मार्ट सिटी कार्यां में गुणवत्ता के मद्देनजर चल रहे कार्यां का थर्ड पार्टी इन्सपेक्शन की जरूरत बताई गई, जिसमें देश के नामचीन आईआईटी, राष्ट्रीय स्तरीय तकनीकी संस्थानों को निरीक्षण हेतु आमंत्रित करने के निर्देश दिये गए।
आयड़ को निर्मल बनाएं
बैठक में गृहमंत्री गुलाबचन्द कटारिया ने आयड़ नदी को पूर्णरूप से साथ-सुथरी व गंदगी से मुक्त करने को अतिमहत्वपूर्ण बताया और कहा कि इसके लिए आवश्यक बजट जारी किये जाने की जरूरत है। उन्होंने शहर में कॉमन पार्किंग स्थलों के विकास, शहरों में भीड़-भाड़ क्षेत्र में ट्रेफिक कन्ट्रोल सिस्टम, आबादी क्षेत्रों में डम्पिंग यार्ड से प्रदूषण की समस्या, जिलों को सीवरेज व गंदे नालों के पानी से मुक्त रखने, गंदे पानी की निकासी, ठोस कचरे के निस्तारण के माकूल इंतजाम करने पर जोर दिया।
झीलें हर हाल में प्रदूषणरहित रहें
प्रमुख शासन सचिव डॉ. मंजीतसिंह ने झीलों को प्रदूषण रहित करने, आसपास के नालों को डायवर्ट करने, लेक पेट्रोलिंग टीमों द्वारा सख्ती किये जाने पर जोर दिया।
सिटी बसें जनवरी तक
शहर में आम नागरिकों को सस्ती एवं आसान परिवहन सेवाएं सुलभ कराने को लेकर सिटी बसों की प्रक्रिया आगामी जनवरी 2018 से पूर्व पूर्ण करने के निर्देश नगर निगम आयुक्त को दिए गए।  इसमें 40 सीटर एवं 25 बसों का संचालन शहर में हो पाएगा।
बावड़ियों के संरक्षण सीएसआर से हों
यूडीएच मंत्री श्री कृपलानी ने कहा कि शहरों में पुरानी बावड़ियों के संरक्षण एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य सीएसआर से करवाने के लिए जिला कलक्टर पहल करें।
368.47 करोड़ के कार्य प्रगतिरत
नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ सिहाग ने बताया कि स्मार्ट सिटी के तहत 368.47 करोड़ रूपये के कार्य प्रगतिरत हैं। जबकि 514.94 करोड़ की निविदाएं प्रक्रियाधीन हैं। प्रोजेक्ट के तहत 179.60 करोड़ की निविदाएं ज़ारी होना शेष हैं।
नगर निगम महापौर श्री कोठारी ने एवं आयुक्त सिहाग ने स्मार्ट सिटी के तहत वालसिटी की योजनाएं, सीवरेज, पेयजल, चौराहों का विकास, पार्का का विकास व सौन्दर्यकरण, सोलर सिस्टम, ई-रिक्शा सहित अन्य कार्या का ब्यौरा रखा।
बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक
इससे पूर्व स्मार्ट सिटी बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक प्रमुख सचिव डॉ. मंजीतसिंह की अध्यक्षता में हुई, जिसमें स्मार्ट सिटी के तहत विभिन्न दायित्वों के बेहतरीन निर्वहन, एक्शन प्लान बनाकर आगामी 2 माह में कार्य प्रारम्भ करने व आगामी 21 माह की अवधि में कार्य पूरे करने का लक्ष्य दिया। साथ ही शहर को स्मार्ट बनाने की दिशा में कार्यकारी एजेन्सियों को कानूनी प्रावधानों का उपयोग करते हुए सख्ती बरतने के निर्देश दिये गए।  
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