आज भारत के पास बहुत कुछ है, "हमें बस अपने आत्मविश्वास, आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूत करना है - पीएम मोदी

आज भारत के पास बहुत कुछ है, "हमें बस अपने आत्मविश्वास, आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूत करना है - पीएम मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सरदारधाम द्वारा आयोजित ग्लोबल पाटीदार बिजनेस समिट (जीपीबीएस) का उद्घाटन किया। इस अवसर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने सूरत शहर को दुनिया के सबसे तेजी से बढ़ते शहरों में से एक के रूप में दर्जा दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की तरक्की में हर छोटा-बड़ा व्यवसाय अपना योगदान दे रहा है और सबका प्रयास की यही भावना अमृत काल में नए भारत की ताकत बन रही है। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत के पास बहुत कुछ है। "हमें बस अपने आत्मविश्वास, आत्मनिर्भर भारत की भावना को मजबूत करना है। यह विश्वास तभी आएगा जब विकास में सभी की भागीदारी होगी, सभी के प्रयास शामिल होंगे।
पीएम मोदी ने कहा कि अपनी नीतियों, अपने एक्शन के माध्यम से हमारी सरकार का ये निरंतर प्रयास है कि देश में ऐसा माहौल बने कि सामान्य से सामान्य परिवार का युवा भी entrepreneur बने, उसके लिए के सपनें देखे, entrepreneurship पर गर्व करे। पीएम मोदी ने कहा कि स्टार्ट अप इंडिया से वो इनोवेशन, वो टैलेंट भी आज यूनिकॉर्न के सपने साकार होते देख रहा है, जिसको कभी रास्ता नहीं दिखता था। Production Linked incentive यानि PLI योजना ने पुराने सेक्टरों में तो मेक इन इंडिया का उत्साह तो भरा ही है, सेमीकंडक्टर जैसे नए सेक्टर्स के विकास की संभावनाएं भी बनी हैं।
मुद्रा योजना आज देश के उन लोगों को अपना बिजनेस करने का हौसला दे रही है, जो कभी इसके बारे में सोचते भी नहीं थे। कोरोना काल की अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद देश में MSME सेक्टर आज तेजी से विकास कर रहा है। हमारी सरकार ने पीएम स्वनिधि योजना को दिसंबर 2024 तक बढ़ा दिया है।
सरदारधाम पाटीदार समुदाय के सामाजिक-आर्थिक विकास को गति प्रदान करने के लिए 'मिशन 2026' के तहत जीपीबीएस का आयोजन कर रहा है। शिखर सम्मेलन हर दो साल में आयोजित किया जाता है। पहले दो शिखर सम्मेलन 2018 और 2020 में गांधीनगर में आयोजित किए गए थे, और वर्तमान शिखर सम्मेलन अब आयोजित किया जा रहा है
GPBS 2022 का मुख्य विषय "आत्मनिर्भर समुदाय से आत्मानिर्भर गुजरात और भारत" है। शिखर सम्मेलन का उद्देश्य समुदाय के भीतर छोटे, मध्यम और बड़े उद्यमों को एक साथ लाना है; नए उद्यमियों का पोषण और समर्थन करना और शिक्षित युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार सहायता प्रदान करना। 29 अप्रैल से 1 मई तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में सरकारी औद्योगिक नीति, एमएसएमई, स्टार्ट-अप, नवाचार, के विभिन्न पहलुओं को शामिल किया गया है।
इस अवसर पर गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्रभाई पटेल और केंद्रीय मंत्री और उद्योग जगत के नेता मौजूद थे।
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