विद्यान्जली कार्यक्रम के तहत जिले के 16 विद्यालयों का चयन

विद्यान्जली कार्यक्रम के तहत जिले के 16 विद्यालयों का चयन

जालोर, 23 जनवरी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय के विद्यान्जली कार्यक्रम के तहत 16 विद्यालयों का चयन किया गया हैं जिसमें स्वयंसेवक अपनी रूचि अनुसार सहयोग कर सकेंगे।
सर्व शिक्षा अभियान के सहायक परियोजना समन्वयक कपिल चौधरी ने बताया कि भारत सरकार के  मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से 16 जून, 2016 को विद्यान्जली कार्यक्रम लॉन्च किया गया था जिसके तहत देश के समस्त नागरिक वॉलिन्टियर के रूप में विद्यालयों से जुड़कर अपनी प्रतिभा एवं विशेष योजना से संबंधित विद्यालय में अध्ययनरत बच्चों को लाभान्वित कर सकेंगे। इस कार्यक्रम के तहत प्रोजेक्ट के रूप में जिले के 16 विद्यालयों का चयन किया गया हैं जिसमें आहोर ब्लॉक से राउप्रावि मेवास, जसवन्तपुरा ब्लॉक से राउप्रावि वार्ड नं. 9 तवाव, रानीवाड़ा से राउप्रावि मौखातरा, सांचौर से राउप्रावि पहाड़पुरा, चितलवाना से राउप्रावि अमरापुरा, भूतेल, खामराई, आमली ग्राम, सुटाकोई व रणोदर, सायला ब्लॉक से राउप्रावि बाकरा, लुम्बा की ढ़ाणी व सायला गोलिया तथा जालोर ब्लॉक से राउप्रावि जागनाथ रोड़ बागरा व गोलिया देबावास का चयन किया गया हैं।
विद्यान्जली कार्यक्रम का उद्देश्य
उन्होंने विद्यान्जली कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि विद्यान्जली कार्यक्रम एक स्वयंसेवी कार्यक्रम हैं जिसका उद्देश्य सरकारी विद्यालयों में निजी क्षेत्रों एवं समाज की मदद से बच्चों एवं शिक्षकों की गुणवत्ता में सुधार लाना है। योजना के तहत स्वयंसेवी लोगों को उन विद्यालयों से जोड़ा जाये जहां इनके कार्यो की आवश्यकता सर्वाधिक है तथा ऐसे क्षेत्रों को शामिल किया गया है जहां शिक्षा की अधिक जरूरत है। इस योजना में कोई भी नागरिक जो अपने आप में कोई विशिष्ट ज्ञान रखता हैं चाहे वह किसी भी व्यवसाय से जुड़ा हुआ हो, यदि वह यह ज्ञान बच्चों के साथ साझा करना चाहता है तो स्वयंसेवक के रूप में अपनी सेवाएं मोबाईल एप के माध्यम से विद्यालय को उपलब्ध करवा सकता है।
विद्यान्जली कार्यक्रम से जुड़ने की प्रक्रिया
विद्यान्जली कार्यक्रम से जुड़ने के लिए माए जीओवी डॉट इन पोर्टल या मोबाइल एप पर लॉगिन करे। कार्यक्रम में संस्था प्रधान एवं वॉलिन्टियर दोनों को पोर्टल या मोबाईल एप के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़ना होगा जिसके लिए वॉलिन्टियर द्वारा संबंधित विद्य़ालय में स्वैच्छिक रूप से कार्य करने के लिए रिक्वेस्ट भेजी जाएगी जिसे संबंधित संस्था प्रधान एक्सेप्ट करेगा तत्पश्चात् संस्था प्रधान वॉलिन्टियर के साथ वार्ता कर कार्य से संतुष्ट होने पर विद्यालय में उपस्थित होने के लिए समय निर्धारित करेंगे। वॉलिन्टियर निर्धारित समय पर विद्यालय में उपस्थित होकर बच्चों के साथ अपनी विशिष्टता के आधार पर कार्य कर सकेंगे। इस संबंध में जिन विद्यालयों में स्वयंसेवी शिक्षकों की जरूरत होगी वे इस पोर्टल पर दिखाई देंगे जिनमें से सुविधानुसार विद्यालय का चयन किया जा सकता है। यह योजना सेवाभाव को ध्यान में रखते हुए बनाई गई जिसके लिए स्वयंसेवकों को किसी भी प्रकार से आर्थिक रूप से कोई भुगतान नहीं किया जाता । इस योजना में स्वयंसेवकों की ओर से बच्चों को शिक्षित करने के साथ ही उन्हें लोगों के सामने अपने विचार व्यक्त करने की कला, अभिनय, सृजनात्मक एवं रचनात्मक हस्तलेखन की कला, संगीत, नृत्य व रचनात्मक गतिविधियों, खेलकूद, मनोरंजक गतिविधियाँ, व्यायाम, योगा और स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियाँ, शैक्षणिक और पेशेवर जीन के लिए काउंसलिंग करने के संबंध में अपनी रूचि अनुसार ज्ञान दिया जा सकता है।
  • Powered by / Sponsored by :