सिख वाले बयान पर भड़के हरदीप पुरी, खतरनाक नैरेटिव गढ़ रहे हैं राहुल गांधी, 1984 में 3000 सिखों का नरसंहार किया गया . . .

सिख वाले बयान पर भड़के हरदीप पुरी, खतरनाक नैरेटिव गढ़ रहे हैं राहुल गांधी, 1984 में 3000 सिखों का नरसंहार किया गया . . .

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा अमेरिका में सिख समुदाय को लेकर दिए बयान की जमकर आलोचना करते हुए उनके बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अमेरिका में सिख समुदाय के सामने गलत नैरेटिव फैलाना चाहते हैं। केंद्रीय मंत्री पुरी ने कांग्रेस व राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए याद दिलाया कि वर्ष 1984 में सिख समुदाय के खिलाफ अभियान चलाया गया था। आजाद इतिहास में पहली बार सिख समुदाय ने उस समय असुरक्षित महसूस किया था, जब उनकी जिंदगी पर खतरा मंडराया था। यह तब हुआ था जब राहुल गांधी के परिवार के हाथों में देश की सत्ता थी और उनके पिता देश के प्रधानमंत्री थे। इस सिख दंगे में 3000 से ज्यादा मासूम सिख भाई-बहनों का नरसंहार किया गया था। उस समय आगजनी की गयी थी और सिखों को घरों से खींचकर जिंदा जला दिया गया था। उस वक्त कई सिख भाईयों ने जिंदा रहने के लिए अपनी पगड़ी तक उतार दी थी और दाढ़ी-बाल कटवा लिए थे। उस वक्त कई सिख भाईयों ने डर से पगड़ी पहनने छोड़ दिए थे, जबकि यह उनकी इच्छा नहीं थी। यह सब प्रमाणित सत्य है। उस वक्त राहुल गांधी के पिता और तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि “बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती हिलती है।“ अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की इस तरह की घटना पर कांग्रेस सरकार के तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने इस तरह से अपनी सफाई पेश की थी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सिखों के नरसंहार में संलिप्त लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गयी थी और लंबे समय बाद सिख दंगे के दोषियों को तब सजा हुई, जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार बनी। उन्होंने कहा कि भारत में मजबूत लोकतंत्र है। भारत लोकतंत्र की जननी है। पीढियों से भारत में लोकतंत्र मजबूत हुआ है। दुनिया को सच्चाई बताने के बदले राहुल गांधी अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय को गुमराह कर रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि अमेरिकी यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने भारत में रहने वाले सिखों के बारे में गलत बातें कर अमेरिका में रहने वाले सिख समुदाय को गुमराह कर रहे हैं। पुरी ने कहा कि अमेरिका यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत में सिख समुदाय एक तनाव में जीते हैं। उन्हें पगड़ी, कड़ा-कृपाण पहनने में दिक्कत होती है। जबकि सच्चाई यह है कि मैं पिछले 60 वर्षों से पगड़ी और कड़ा-कृपाण पहन कर गर्व महसूस करता हूँ और देश के हर हिस्से में भ्रमण करता हूं। मैंने शहरों से लेकर देश के दूरदराज इलाकों में भी सिखा भाईयों को पगड़ी पहन कर अपना-अपना काम करते देखता हूं और मुझे गर्व महसूस होता है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जब भी गुरूद्वारा गए हैं, तब वे पगड़ी पहनकर गुरूद्वारा गए। पीएम मोदी ने सिख समुदायों की लंबित मांगों को पूरा किया गया। करतारपुर साहिब जाने का रास्ता खुलवाया। दशम गुरू गोविंद सिंह के शहजादों के बलिदान को “वीर बाल दिवस” के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राहुल गाँधी अमेरिका में आरसएस के खिलाफ भी बयानबाजी की है। राहुल गांधी को सबसे पहले खुद पढ़-लिख कर शिक्षित होना चाहिए, ताकि उन्हें मालूम हो सके कि भारत में आरएसएस एक ऐसा संगठन है, जो देश पर जब भी मुसीबत आयी है, तब आगे बढ़कर काम किया है। राहुल गांधी को जब भी मौका मिलता है, वे देश के खिलाफ बोलते हैं। राहुल गांधी अब एक आम नागरिक नहीं हैं, बल्कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष हैं, फिर भी वे विदेशी धरती पर भारत के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं। राहुल गांधी भारत की न्यायिक व्यवस्था, निर्वाचन आयोग, प्रशासनिक व्यवस्था समेत देश के सभी संवैधानिक संस्थानों के खिलाफ बोलते रहते हैं। राहुल गांधी ने अपनी पार्टी के एकाउंट फ्रीज होने पर देश के प्रशासनिक तंत्र पर हमला बोला था, लेकिन उसकी सच्चाई लोगों के सामने नहीं बताई। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी देश की विविधता के साथ एकता और अखंडता के मुद्दों पर बहुत ही खतरनाक नैरेटिव सेट करने की कोशिश कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी उनके इस अभियान की कड़ी निंदा करती है और उनकी मंशा कभी पूरी नहीं होने देगी।
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