बाढ़ राहत एवं बचाव हेतु एनडीआरएफ की मचकुण्ड सरोवर में मॉक ड्रिल

बाढ़ राहत एवं बचाव हेतु एनडीआरएफ की मचकुण्ड सरोवर में मॉक ड्रिल

धौलपुर, 24 नवंबर। एनडीआरएफ की अगुवाई में मचकुण्ड सरोवर में बाढ़ की स्थिति में राहत एवं बचाव के तरीकों पर एक मॉक ड्रिल की गई।
जिले के तीन गांव झिरी, बसईडांग एवं सेवरमाली और इनके आस - पास के इलाके प्रतिवर्ष मानसून में बाढ़ से प्रभावित होते हैं। बाढ़ की स्थितियों में किस प्रकार राहत एवं बचाव कार्य किया जाता है, इस पर एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ के जवानों ने संयुक्त रूप से मॉक प्रदर्शन किया। मॉक ड्रिल में तीन ध्वजों से झिरी, बसईडांग एवं सेवरमाली के प्रतीकात्मक स्थल बनायेग गये। एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ ने वहॉ मौजूद लोगों का प्रतीकात्मक रेस्क्यू कर बोट से मुख्य घाट तक लेकर आये। एनडीआरएफ कर्मी ने बताया कि कई बार ऐसी स्थितियों में उन्हें नागरिकों को गांव छोड़ने के लिए मनाना पड़ता है एवं उनके पशुओं का भी रेस्क्यू करना होता है।
अगर व्यक्ति ने पानी निगल लिया है तो बचाव के बाद प्राथमिक उपचार की विधियों से उसे किस प्रकार बाहर निकाला जाता है, इन विधियों का भी मॉक प्रदर्शन किया गया। फायरमैन लिफ्ट विधि जिसमें व्यक्ति को कंधो पर उठाकर जर्क देकर पानी को बारह निकाला जाता है। हिल टूल मैथड, जिसमें व्यक्ति को जांघ पर लेटाकर पेट को दबाकर पानी बाहर निकाला जाता है, का प्रदर्शन किया गया।
एनडीआरएफ असिस्टेंट कमाण्डेंट योगेश मीणा ने बचाव कर्मी द्वारा बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में भी बताया। बचावकर्मी को डूब रहे व्यक्ति को पीछे से बल लगाकर तट की ओर धकेलना चाहिए। तैरना न आने की स्थिति में रस्सी फेंककर बचावकर्मी को तट पर लेट कर धीरे-धीरे रस्सी खींचनी चाहिए। डीप ड्राइविंग बोट से गोताखोर किस प्रकार रेस्क्यू करते हैं, इसका भी मॉक अभ्यास किया गया।
राहत बचाव उपकरण न होने पर किस तरह आम घरेलू वस्तुओं से रेस्क्यू किया जाता है, एनडीआरएफ द्वारा इसका भी प्रदर्शन किया गया। केवल पांच खाली बोतलों से भी 80 किलो ग्राम वजन तक के व्यक्ति को रेस्क्यू किया जा सकता है। दो देगचियों पर प्लास्टिक कवर बांधकर बांस की छड़ी से बांधकर जुगाड़ से बचाव उपकरण बनाकर किस प्रकार रेस्क्यू किया जाता है, इसका मॉक प्रदर्शन किया गया।
जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने एनडीआरएफ से रेस्क्यू ऑपरेशन का स्टेंडर्ड मॉक वीडियो उपलब्ध कराने को कहा। कलेक्टर ने एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ कर्मियों, पुलिस, नागरिक सुरक्षा बलों का धन्यवाद ज्ञापित किया। मीडिया कर्मियों से मॉक ड्रिल का प्रचार-प्रसार करने का आग्रह किया ताकि आपात स्थितियों में अधिक से अधिक लोगों की जान बचाई जा सके। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद चेतन चौहान, उपखण्ड अधिकारी धौलपुर अनूप सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 जयन्ती लाल मीणा सहित अन्य अधिकारी एवं आमजन मौजूद रहे।
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