कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ-7 को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद

कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ-7 को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह मुस्तैद

धौलपुर, 27 दिसंबर। कोरोना के नए वेरिएंट बीएफ-7 के सामने आने से एक बार फिर कोविड की लहर आने की संभावना है। ऐसे में किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए जिले का स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से मुस्तैद है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कोविड़ स्वास्थ्य सेवाओं का मॉकड्रिल कर, ऑक्सीजन सिलेण्डर, आवश्यक दवाओं, आइसोलेटेड बेड्स, वेंटिलेटर आदि की स्थिति को परखा।
जिला कलक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने बताया कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट बीएफ-7 को जिले में फैलने से रोकने के लिए बेहतर कार्य योजना बनाने हेतु राज्य सरकार के निर्देश पर स्वास्थ्य सेवाओं का मॉक ड्रिल किया गया। जिला, उपखण्ड स्तरीय अधिकारियों ने अपने अधीन आने वाले स्वास्थ्य केंद्रो पर विजिट कर दवा, ऑक्सीजन सिलेण्डर, ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर की स्थिति का पता लगाया। बेडस की स्थिति एवं अन्य आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता का भौतिक सत्यापन किया। उन्होंने कहा कि कोरोना का नया वैरिएंट बहुत तेजी से फैलता है। हमें अभी से ही इससे बचाव के लिए पुख्ता इंतजाम करना शुरू कर दिए है। जिले में कोरोना वैक्सीन के दूसरे तथा प्रिकोसन डोज से वंचित लोगों को प्रेरित कर जल्द से जल्द वैक्सीन का डोज लगाने का कार्य किया जा रहा है। बाहर से आने वाले लोगो तथा आईएलआई मरीजों की सैंपलिंग करवाई जा रही है। रेपिड रेस्पॉन्स टीम का गठन कर दिया गया है। कोरोना उपचार के लिए आवश्यक दवाओं की किट तैयार करवाकर एएनएम, आशा सहयोगिनी एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को वितरित करने के निर्देश दिए गए है। जिससे कोरोना संक्रमित व्यक्तियों तक तत्काल मेडिकल किट पहुचाई जा सके। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण बढ़ने की स्थिति में ज्यादातर मरीजों को ऑक्सीजन सपोर्ट की आवश्यकता पड़ सकती है। मरीजों की जान बचाने तथा बेहतर उपचार के लिए जिला अस्पताल सहित जिले के प्रत्येक सीएचसी व पीएचसी पर आवश्यक रूप से आक्सीजन सिलेंडर, कन्सन्ट्रेटर की पर्याप्त व्यवस्था है। ’कोरोना से निपटने के लिए जिले में है पर्याप्त संसाधन’
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जयंती लाल मीणा ने बताया कि कोरोना की रोकथाम और उपचार के लिए पर्याप्त प्रयास किए जा रहे है। जिले में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिएपर्याप्त संसाधन उपलब्ध है। जिले में कुल 10 ऑक्सीजन प्लांट है जिनमे 9 क्रियाशील तथा एक निर्माणाधीन है। जिनकी उत्पादन क्षमता लगभग 600 सिलेंडर प्रतिदिन है। जिले में कुल 723 ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, जिला अस्पताल तथा उप जिला अस्पताल में 310 आइसोलेशन बेडस, 40 आईसीयू बेड, 25 वेंटिलेटर है। सभी चिकित्साकर्मी पूर्ण प्रशिक्षित है। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 500 आरटीपीसीआर जांच करने की क्षमता वाली लैब स्थापित है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि मास्क पहने, सार्वजनिक स्थानों पर सामजिक दूरी बनाए, जो व्यक्ति कोविड टीकाकरण से वंचित है वो अपना टीकाकरण करवाए तथा कोविड अनुरूप व्यवहार का पालन करें।
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