वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश, कुएं में छुपा कर रखते थे चोरी का माल

वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश, कुएं में छुपा कर रखते थे चोरी का माल

दौसा 23 मार्च। कोतवाली थाना पुलिस की स्पेशल टीम ने गोपनीय सूचना पर शातिर वाहन चोर गैंग के मुख्य अभियुक्त रिंकू मटवास पुत्र भगवान सहाय मीना (22) निवासी गांव मटवास थाना लवाण जिला दौसा एवं छोटे लाल उर्फ छोट्या पुत्र राम सिंह मीना (42) निवासी गांव तुण्डपुरा थाना वैर जिला भरतपुर को चोरी की दो बाइक एवं अवैध देसी कट्टे के साथ मंगलवार को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के बाद चोरी की तेरह मोटरसाइकिल और कुएं में छुपा कर रखें भारी मात्रा में पार्ट्स बरामद किए गये हैं।
दौसा एसपी अनिल कुमार ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने मंगलवार को रिंकू मीना को लालसोट बाईपास पुलिया के नीचे से एक चोरी की मोटरसाइकिल एवं एक अवैध देसी कट्टे के साथ और अभियुक्त छोटे लाल मीणा को चोरी की मोटरसाइकिल के साथ सिंगवाड़ा रोड दोसा से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों से जवाहर सर्किल जयपुर, दौसा, बस्सी, तुंगा एवं लवाण थाना इलाके से चोरी की कुल 15 मोटरसाइकिल एवं मोटरसाइकिल के पार्ट्स बरामद किए गए हैं। अनुसंधान के दौरान अभियुक्तों ने दौसा से एक पिक अप व एक इको स्पोर्ट्स कार भी चोरी करना स्वीकार किया है।
एसपी अनिल कुमार बताया कि अभियुक्त छोटेलाल मीना महवा थाने की जीप जलाने के मामले में शामिल था। दोनों ही अभियुक्त कई जिलों मे वांछित चल रहे हैं। आरोपी छोटेलाल के विरुद्ध जयपुर, दौसा, अलवर, टोंक भरतपुर जिले के विभिन्न थानों में 26 एवं रिंकू मटवास के विरुद्ध जयपुर व दौसा जिले के विभिन्न थानों में 14 आपराधिक मुकदमे दर्ज है।
आईजी जयपुर रेंज उमेश चंद्र दत्ता एवं एसपी दौसा अनिल कुमार के निर्देशानुसार दोसा शहर में वाहन चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने व अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लालचंद कायल एवं सीओ कालूराम मीणा के सुपरविजन व थानाधिकारी कोतवाली लाल सिंह यादव के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया था। गठित टीम ने मंगलवार को मुखबिर की सूचना पर शातिर वाहन चोर गैंग का खुलासा कर दोनों अभियुक्तों को चोरी की 15 बाइक तथा कुंए में छुपा कर रखें कई मोटरसाइकिल के पार्ट्स बरामद किए हैं।
दोनों अभियुक्तों से पूछताछ में सामने आया कि इस गैंग के सदस्य अपने गांव से बस या मोटरसाइकिल पर बैठकर दौसा व अन्य शहरों में जाते तथा शहर में अधिक भीड़भाड़ वाले इलाकों, मैरिज गार्डन, कॉलेज आदि स्थानों पर खड़े हो जाते। जो व्यक्ति उनके सामने अपना वाहन खड़ा कर कर चला जाता, उस पर नजर रखते। नजर चुरा कर मौका मिलते ही मास्टर -की से वाहन का लॉक तोड़कर कुछ पल में ही शहर से बाहर निकल जाते हैं। चोरी के तुरंत बाद व्हाट्सएप पर वाहन की फोटो शेयर कर सौदा तय करते। वाहन मॉडल व कंडीशन के हिसाब से रेट फिक्स करके वाहन सप्लाई कर देते हैं।
  • Powered by / Sponsored by :