सरसों की फसल में डीएपी के स्थान पर एसएससी व यूरिया का उपयोग करें किसान

सरसों की फसल में डीएपी के स्थान पर एसएससी व यूरिया का उपयोग करें किसान

बीकानेर, 4 अक्टूबर। कृषि भवन के आत्मा सभागार में मंगलवार को रबी फसल पूर्व कृषक गोष्ठी का आयोजन आत्मा कैफिटेरिया गतिविधि बी-बारह के अंतर्गत किया गया।
उपनिदेशक कृषि विस्तार कैलाश चौधरी ने बताया कि आगामी रबी सीजन में साढे छह लाख हेक्टेयर में बुवाई संभावित है। इसमें सरसों का क्षेत्रफल लगभग सवा दो लाख हेक्टेयर रहने की संभावना है। इस दौरान उन्होंने डीएपी के स्थान पर एसएसपी यूरिया उपयोग की सलाह किसानों को दी। उन्होंने बताया कि इससे कम मूल्य पर तिलहन फसलों को नाइट्रोजन, फास्फोरस व सल्फर उपलब्ध हो सकेगा।
सहायक कृषि अधिकारी रमेश भाम्भू ने बताया कि राज किसान ऑनलाइन पोर्टल माध्यम से सरकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की जा सकती है। उप परियोजना निदेशक ममता ने आत्मा योजना के बारे में जानकारी दी।
कृषक गोष्ठी में उद्यान विभाग के सहायक कृषि अधिकारी सोमेश तंवर ने उद्यान विभाग द्वारा स्वीकृत अनुदान योजनाओं के बारे में अवगत कराया। कृषि अधिकारी मुकेश गहलोत ने किसानों को कृषि विभाग द्वारा देय विभिन्न अनुदान योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान विभागीय अधिकारी सोमा विश्नोई, मीनाक्षी, लक्ष्मण सिंह, नेमीचंद, मालाराम जाट, मोहन कुलरिया, चन्द्रकला मौजूद रहे।
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