शीतलहर एवं पाले से फसल की सुरक्षा के उपाय

शीतलहर एवं पाले से फसल की सुरक्षा के उपाय

बारां, 18 जनवरी। कृषि विभाग के अनुसार वर्तमान में राज्य में चल रही शीतलहर एवं मौसम विभाग की चेतावनी के दृष्टिगत जिले में फसलों को पाले के प्रकोप से बचाव हेतु किसानों को कुछ आवश्यक व्यवस्थाएं करना आवष्यक है। जिले में किसान जिस रात पाला पडने की संभावना हो उस रात 12 से 2 बजे के आस पार खेती की उत्तरी पश्चिम दिशा से आने वाली ठण्डी अवा की दिशा में खेती किनारे पर बोई हुई फसल के आस-पास मेडों पर राशि में कुड कचरा या अन्य व्यर्थ घास फूस जलाकर धुआं करना चाहिए। ताकि खेत में धुंआ हो जाए एवं वातावरण में गर्मी आ जाए। इस विधि से 4 डिग्री सेल्शियस तापक्रम आसानी से बढ़ाया जा सकता है। पौधशालाओं के पौधों एवं सीमित क्षेत्र वाले उद्यानों, नगदी, सब्जी वाली फसलों में भूमि के ताप को कम न होने देने के लिए फसलों को टाट, पोलिथिन अथवा भूसे से ढक देवें। वायुरोधी टाटियां, हवा आने वाली दिशा की तरफ यानि उत्तर पश्चिम की तरफ बांधे। नर्सरी, किचन गार्डन में उत्तर-पश्चिम की तरफ टाटियां बांधकर क्यारियों के किनारों पर लगाये तथा दिन में पुनः हटाये। जब पाला पडने की संभावना हो तक खेत में सिंचाई करनी चाहिए। नमीयुक्त जमीन में काफी देरी तक गर्मी रहती है तथा भूमि का तापक्रम एकदम कम नहीं होता है इस प्रकार पर्याप्त नमी होने पर शीतलहर व पाले से नुकसान की संभावना कम रहती है। वैज्ञानिकों के अनुसार सर्दी में फसल में सिंचाई करने से 0.05 डिग्री सेल्शियस तक तापमान बढ जाता है। जिन दिनों पाला पडने की संभावना हो उन दिनों फसलों पर गंधक के तेजाब के 0.1 प्रतिषत घोल का छिड़काव करना चाहिए। इस हेतु एक लीटर गंधक के तेजाब को 1000 लीटर पानी में घोलकर एक हैक्टेयर क्षेत्र में प्लास्टिक के स्प्रेयर से छिडकें। ध्यान रखें कि पौधों पर घोल की फुहार अच्छी तरह लगें। छिड़काव का असर दो सप्ताह तक रहता है। यदि इस अवधि के बाद भी शीतलहर व पाले की संभावना बनी रहे तो गंधक के तेजाब के छिड़काव को 15-15 दिन के अंतर से दोहराते रहें। सरसों, गेहूं, चना, आलू, मटर जैसी फसलों को पाले से बचाने में गंधक के तेजाब का छिड़काव करने से न केवल पाले से बचाव होता है, बल्कि पौधों में तत्व की जैविक एवं रासायनिक सक्रियता बढ जाती है जो पौधों में रोग रोधिता बढ़ाने में एवं फसल को जल्दी पकाने में सहायक होती है। उक्त जानकारी उप निदेशक कृषि अतीश कुमार शर्मा ने दी।
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