गोगुन्दा व बड़गांव की ग्राम पंचायतों में चल रहे नरेगा कार्यों का निरीक्षण

गोगुन्दा व बड़गांव की ग्राम पंचायतों में चल रहे नरेगा कार्यों का निरीक्षण

उदयपुर 11 जून/जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा गठित आकस्मिक जांच दल ने मंगलवार को पंचायत समिति गोगुन्दा एवं बडगांव की ग्राम पंचायतों में प्रगतिरत महात्मा गांधी नरेगा के कार्यों का निरीक्षण किया।
इस दौरान बड़गाँव पंचायत समिति के भूताला के वास में चरागाह विकास कार्य में श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 41 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड, मेडिकल कीट, नहीं पाये गये किन्तु छाया पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था। वहीं गांव में इस कार्य के लिए 46 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 33 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड, मेडिकल कीट, नहीं पाये गये किन्तु छाया पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था।
टैरींग की भागल में 30 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 26 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड, मेडिकल कीट, नहीं पाये गये किन्तु छाया पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था। लौसिंग का धाना में चल रहे कार्य पर 145 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 121 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड, मेडिकल कीट, नहीं पाये गये किन्तु छाया पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था।
वहीं चान्दनों की भागल में चल रहे कार्य पर 77 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 52 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड नहीं पाये गये किन्तु मेडीकल किट, छाया-पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था। इसी प्रकार पूंजवातों का भीलवाडा में सम्पर्क सडक निर्माण कार्य के दौरान 106 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 83 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड नहीं पाये गये किन्तु मेडीकल किट, छाया-पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था। पीपड में आदर्श तालाब निर्माण कार्य पीपड कार्य पर 30 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 22 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड नहीं पाये गये किन्तु मेडीकल किट, छाया-पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था।
कदमाल क्षेत्र में मगरा बस्ती से टकडा घाटी की ओर बागेलों का गुडा में सम्पर्क सडक कार्य के लिए 142 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 22 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर मेडिकल किट एवं सूचना बोर्ड नहीं पाये गये किन्तु छाया-पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था। कदमाल में किशन लाल के मकान से गारपाट कुंआ तक सम्पर्क सडक कार्य के लिए 49 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 42 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड नहीं पाये गये किन्तु मेडीकल किट, छाया-पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था। कदमाल में पालीवाल समाज के श्मशान की ओर, सम्पर्क सडक कार्य के लिए 30 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 22 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड एवं छाया की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु मेडीकल किट एवं पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। कार्य का पूर्व में किसी भी जेटीए/अभियंता द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया था।
पंचायत समिति गोगुन्दा
दल द्वारा गोगुन्दा क्षेत्र में किये गये निरीक्षण के दौश्रान पदमाबाड़ी में सम्पर्क सडक कार्य के लिए 83 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 56 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु मेडीकल किट, छाया एवं पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया।
मादड़ा में सम्पर्क सडक कार्य के लिए 35 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 22 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु मेडीकल किट, छाया एवं पानी की व्यवस्था थी। मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। मादड़ा में मेन रोड से श्मशान घाट तक सम्पर्क सडक कार्य के लिए 58 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 47 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु मेडीकल किट, छाया एवं पानी की व्यवस्था थी। मेट अनुपस्थित था। कुकडा खेडा में नाडी निर्माण कार्य के लिए 33 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 25 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु मेडीकल किट, छाया एवं पानी की व्यवस्था थी। मेट अनुपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। मजाम में गुलाबपुरा प्रतापपुरा के मकान से कुण्ड तक सम्पर्क सडक कार्य के लिए 141 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 103 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु मेडीकल किट, छाया एवं पानी की व्यवस्था थी। मेट अनुपस्थित था।
मादड़ा में श्मशान घाट के पास नाडी निर्माण कार्य के लिए 40 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 18 श्रमिक ही कार्यरत थे। कार्य स्थल पर मेडीकल किट एवं सूचना बोर्ड की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु छाया एवं पानी की व्यवस्था थी । मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। सभी श्रमिकों के पास नवीन अद्यतन जॉब कार्ड पाये गये। इसी प्रकार अम्बावा में सडक पटरी मरम्मत व रखरखाव कार्य सम्पर्क सडक के लिए 72 श्रमिकों के मस्टरोल जारी किये गये थे किन्तु मौके पर 53 श्रमिक ही कार्यरत थे । कार्य स्थल पर सूचना बोर्ड की व्यवस्था नहीं पाई गयी, किन्तु मेडीकल किट, छाया एवं पानी की व्यवस्था थी । मेट मस्टरोल सहित उपस्थित था। गु्रप में श्रमिक नियोजन नहीं पाया गया। सभी श्रमिकों के पास नवीन अद्यतन जॉब कार्ड पाये गये।
इन समस्त कमियों के लिये पंचायत समितियों से संबंधित कार्यक्रम, विकास अधिकारी, सहायक अभियंता, कनिष्ठ तकनिकी सहायक एवं ग्राम विकास अधिकारी को नोटिस जारी कर अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रारम्भ कर दी गयी है एवं मेट को काली सूचीमें डालने के निर्देश जारी कर दिये गये है । महात्मा गांधी नरेगा में किसी भी अनियमितता/शिकायत हेतु टोल फ्री नम्बर 1800-180-6127 पर संपर्क किया जा सकता है।
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