जनजाति राष्ट्रीय संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता सम्पन्न

जनजाति राष्ट्रीय संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता सम्पन्न

उदयपुर, 30 नवंबर/जनजाति कार्य मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से एकलव्य मॉडल रेजिडेन्शीयल स्कूल (ईएमआरएस) की द्वितीय राष्ट्र स्तरीय सांस्कृतिक प्रतियोगिता का समापन शनिवार को मोहनलाल सुखाडिया विश्वविद्यालय के विवेकानन्द सभागार में हुआ ।
समापन समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय जनजाति राज्यमंत्री श्रीमती रेणुका सिंह सरूता ने प्रतियोगिता में भाग लेने आए विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों की हौसलाफजाई करते हुए उनके प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने राष्ट्रस्तर की प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए मेजबान उदयपुर (राजस्थान) को बधाई दी। उन्होंने एकलव्य मॉडल स्कूल के विद्यार्थियों को एकलव्य की भांति त्याग, समर्पण व ईमानदारी के साथ एकाग्रचित होकर लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकार ने जनजाति प्रतिभाओं को निखारने के लिए सकारात्मक प्रयास किए है जिसका परिणाम है कि ये प्रतिभाएं आज राष्ट्रस्तर के इस मंच पर लोहा मनवा रही है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए केन्द्रीय जनजाति सचिव दीपक खाण्डेकर ने इस वृहद स्तरीय आयोजन में जनजाति विभाग उदयपुर की ओर से की गई व्यवस्थाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि मॉडल स्कूल की प्रतिभाएं आज हर क्षेत्र में अव्वल है, यह हम सभी के लिए गौरव ही बात है ।
विशिष्ट अतिथि केन्द्रीय जनजाति संयुक्त सचिव एम.आर.शेरिंग ने विजेता रहे विभिन्न राज्यों के प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी और आगे भी अपना प्रयास जारी रखने को कहा।
जनजाति विभाग की आयुक्त शिवांगी स्वर्णकार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस तीन दिवसीय आयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अतिरिक्त आयुक्त श्रीमती अंजलि राजौरिया वं रामजीवन मीणा ने आभार जताया। राजस्थान टीम का प्रतिनिधित्व विभाग के शिक्षा अधिकारी प्रदीप पानेरी ने किया।
ये रहे परिणाम
प्रतियोगिता में प्राप्त परिणाम के आधार पर समूह नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम ईएमआरएस निचार, हिमाचल प्रदेश, द्वितीय ईएमआरएस कुम्हारघाट, त्रिपुरा व तृतीय स्थान राजस्थान ने प्राप्त किया। वहीं एकल नृत्य में प्रथम ईएमआरएस मालान, अलवर की पूजा बाई मीणा, द्वितीय ईएमआरएस स्वयम, सिक्किम की मेजरमीट लेछा व तृतीय स्थान ईएमआरएस पंगुर उडीसा की सुरेश साउन्ता ने प्राप्त किया।
इसी प्रकार समूह गान में प्रथम ईएमआरएस तौर्सिंदुरी झारखण्ड, द्वितीय ईएमआरएस गंग्याप सिक्किम व तृतीय स्थान ईएमआरएस डोरनाला आंध्रप्रदेश ने प्राप्त किया। वहीं एकल गान में प्रथम ईएमआरएस निवारी टोंक, राजस्थान की मनीषा मीणा, द्वितीय ईएमआरएस गंग्याप सिक्किम की रिनचैन ओंगमु व तृतीय कुजरा लोहरदगा झारखण्ड की अनीपा लकड़ा रही।
मिला पुरस्कार
एकल नृत्य एवं एकल गीत हेतु प्रत्येक में प्रथम पुरूस्कार 50 हजार रुपये, द्वितीय पुरूस्कार 40 हजार रुपये एवं तृतीय पुरूस्कार 30 हजार रुपये तथा समूह नृत्य एवं समूह गीत हेतु प्रत्येक में प्रथम पुरूस्कार 2 लाख रुपये, द्वितीय पुरूस्कार 1 लाख 75 हजार रुपये एवं तृतीय पुरूस्कार 1 लाख 25 हजार रुपये प्रदान किए गए।
अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त निर्णायक
समूह एवं एकल गायन के निर्णायक दिल्ली से पदमश्री उस्ताद वसिफुद्दीन डागर दिल्ली, भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय लखनऊ की प्रो. डॉ.सृष्टि माथुर, एसोसिएट प्रोफेसर गवर्नमेंट कॉलेज बूंदी के डॉ विजयेंद्र गौतम, अंतर्राष्ट्रीय सितार वादक नरेश अय्यर, प्रख्यात राजस्थानी गायिका श्रीमती गंगा कलावंत एवं अंतर्राष्ट्रीय गजल गायक उस्ताद रशीद अहमद जयपुरी रहे।
एकल नृत्य एवं समूह नृत्य की प्रतिस्पर्धा के निर्णायक दल में अंतर्राष्ट्रीय कोरियोग्राफर मुंबई से देवेंद्र शेलार, गुजरात विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं भरतनाट्यम के हेड बिजॉय शिवम, अंतरराष्ट्रीय कत्थक नृत्यांगना श्रीमती अनीता ऑर्डिया, कथक नृत्यांगना डॉ. गरिमा जोशी, प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना श्रीमती किरण, ख्यात लोकनृत्य विशेषज्ञ डॉ शकुंतला पवार शामिल थी। सभी 12 निर्णायक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है।
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