कलक्टर ने जिले में आपदा प्रबंधन की तैयारियों का लिया जायजा

कलक्टर ने जिले में आपदा प्रबंधन की तैयारियों का लिया जायजा

उदयपुर, 20 जुलाई। जिला कलक्टर चेतन देवड़ा ने मंगलवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक बुलाई। बैठक में मानसून के दौरान बाढ़, बिजली गिरने या अन्य आपदाओं के मद्देनजर जिले में तैयारियों का जायजा लिया। डीओआईटी के वीसी रूम से कलक्टर ने जिले के सभी ब्लॉक लेवल अधिकारियों से तैयारियों की जानकारी ली और किसी भी आपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए।
एसडीआरएफ से पूछा- क्या तैयारी है
कलक्टर देवड़ा ने बाढ़ व अतिवृष्टि से निपटने के लिए जिले में संसाधनों की समीक्षा करते हुए कहा कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में कम से कम समय में राहत और बचाव कार्य शुरू होने चाहिए। कलक्टर ने एसडीआरएफ को लाइफ सेविंग बोट व अन्य आवश्यक उपकरणों की जांच करने व संसाधन बढ़ाने के निर्देश दिए। कलक्टर ने जिले में एसडीआरएफ व सिविल डिफेंस के जवानों की संख्या व इनके पास उपलब्ध संसाधनों के बारे में भी जानकारी ली।
बिजली गिरने की घटनाओं पर सतर्कता जरूरी : कलक्टर
कलक्टर ने कहा कि इन दिनों बिजली गिरने की बहुत घटनाएं हो रही हैं। ऐसे में लोगों को यह समझाने की जरूरत है कि बारिश आने पर क्या करें और क्या न करें। कलक्टर ने कहा कि बारिश से बचने के लिए अक्सर लोग पेड़ के नीचे खडे़ हो जाते हैं, जबकि ऐसा नहीं करना चाहिए। बारिश से बचने के लिए पक्की छत के नीचे शरण लेनी चाहिए। इसके अलावा भी गाइडलाइन में ऐसी कई बातें हैं, जिनका वीडियो, सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों से लोगों तक पहुंचाना चाहिए। प्रयास किया जाना चाहिए कि हमारे प्रयासों से किसी प्रकार की हानि न होने पाए।
प्रशासन की संवेदनशीलता का पता चलता है
कलक्टर ने सभी उपखण्ड अधिकारियों से कहा कि बाढ़, अतिवृष्टि या बिजली गिरने की वजह से कई दुर्घटनाएं हो जाती हैं, उसकी रिपोर्ट अधिकतम एक हफ्ते में मिल जानी चाहिए। राज्य सरकार की ओर से जो भी मदद या मुआवजा राशि घोषित की जाती है, वो पीड़ितों तक जल्दी से जल्दी पहुंचाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए। इससे प्रशासन की संवेदनशीलता का पता चलता है। कलक्टर ने पिछले दिनों जिले के कोटड़ा, लसाड़िया व गोगुन्दा ब्लॉक में बिजली गिरने की वजह से तीन लोगों की मृत्यु होने की रिपोर्ट नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए संबंधित उपखण्ड अधिकारियों से ऐसे मामलों में संवेदनशीलता दिखाते हुए यथाशीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
मौसमी बीमारियां न फैलें :
कलक्टर ने सीएमएचओ को जिले के सभी ब्लॉक में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए पर्याप्त प्रबंध करने व मेडिकल कंट्रोल रूम स्थापित करने व मोबाइल चिकित्सा टीमें बनाने के निर्देश दिए। वहीं नगर निगम आयुक्त हिम्मतसिंह बारहठ को बारिश से पहले शहर के सभी नालों व सड़कों की मरम्मत, आवागमन सुचारू रखने व शहर में जल भराव की समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने एवीवीएनएल के अधिकारियों को बारिश के दौरान बिजली व्यवस्था सुचारू बनाए रखने के लिए आवश्यक तैयारी व मरम्मत कार्य समय रहते पूरा करने के निर्देश दिए।
विभागों में रहे सामंजस्य : एडीएम बुनकर
एडीएम (प्रशासन) ओ.पी. बुनकर ने कहा कि आपदा की स्थिति में विभागों के बीच सामंजस्य बना रहना चाहिए। एडीएम बुनकर ने बताया कि कलक्ट्रेट में जिला स्तरीय कंट्रोल रूम संचालित है, जिसके दूरभाष नंबर 0294-2414620 है। यह कंट्रोल रूम बुनकर 24 घंटे, सातों दिन एक्टिव रहता है। उन्हांने मानसून सीजन को देखते हुए तहसील स्तर पर भी कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए। बैठक में एडीएम (सिटी) अशोक कुमार, यूआईटी सचिव अरूण कुमार हसीजा, सीएमएचओ डॉ. दिनेश खराड़ी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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