नालों की सफाई का कार्य प्राथमिकता से करवाने के निर्देश

नालों की सफाई का कार्य प्राथमिकता से करवाने के निर्देश

सवाई माधोपुर, 12 जून। जिला कलेक्टर डॉ. एस पी सिंह ने कहा कि शहर में पानी के निकास के अवरुद्ध नालों की सफाई का कार्य प्राथमिकता से करवाये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने नगर परिषद आयुक्त को निर्देश दिए कि बरसात के आगामी मौसम को देखते हुए लगभग दो सौ श्रमिकों की सेवाएं इस कार्य के लिए ली जा सकती हैं।
डॉ. सिंह ने बुधवार को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश की पालना एवं मुख्य सचिव द्वारा दिए गए निर्देशों के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए पर्यावरण से जुड़े विभिन्न विषयों की समीक्षा की। उन्होंने बैठक में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेश में वर्णित बिन्दुओं का गहन अध्ययन कर आपसी समन्वय से इसकी कडाई से पालना करने के निर्देश दिए।
डॉ. सिंह ने कहा कि बरसात के समय नालों की सफाई मुख्य प्राथमिकता का कार्य है। उन्होंने निर्देश दिए कि इस संबंध में यदि निविदा प्रक्रिया में समय लगता है तो दो सौ श्रमिकों को इस काम के लिए लगाया जा सकता है। जिला कलेक्टर ने बैठक में प्लास्टिक कचरे के प्रबंधन और बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट की प्रगति की भी जानकारी ली। वन विभाग के अधिकारियों ने जानकारी दी कि जो क्षेत्र ‘इको सेंसिटिव जोन’ में नहीं है, वहां कार्यों के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा।
जिला कलेक्टर ने उद्योगों के कारण पानी को प्रदूषित होने से रोकने के सभी उपाय करने को कहा। उन्होंने प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अधिकारियों को प्रदूषण के स्तर के संबंध में रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश प्रदान किए। बैठक में पुलिस अधीक्षक समीर सिंह ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के आदेशों की पालना के लिए यदि किसी भी विभाग को पुलिस के सहयोग की आवश्यकता है तो इसके लिए समय पर सूचना देने की बात कही।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर महेन्द्र लोढ़ा, सीईओ जिला परिषद किशोर कुमार, आयुक्त नगर परिषद रवीन्द्र यादव, सहायक निदेशक पर्यटन मधुसूदन चारण, एसीएफ संजीव शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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