महिला सुरक्षा में उत्तर पश्चिम रेलवे ने स्थापित किये नये आयाम

महिला सुरक्षा में उत्तर पश्चिम रेलवे ने स्थापित किये नये आयाम

उत्तर पश्चिम रेलवे पर सुरक्षा में महिलाओ की सहभागिता का जीता-जागता उदाहरण रेल सुरक्षा बल में प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त सुश्री आरोमा सिंह ठाकुर एवं उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्रीमती भवप्रीता सोनी है। महानिदेशक, रेलवे सुरक्षा बल-श्री अरूण कुमार के मार्ग निर्देशन में तथा महाप्रबन्धक, उत्तर पश्चिम रेलवे श्री आनन्द प्रकाश के निर्देशन में दोनो ही महिला उच्चाधिकारियों द्वारा रेलवे सुरक्षा बल, उत्तर पश्चिम रेलवे पर जिम्मेदार का पद ग्रहण कर रेल सुरक्षा के क्षेत्र में उत्तर पश्चिम रेलवे की कमान सभांली हुई है।
उत्तर पश्चिम रेलवे पर हाल-फिलहाल रेलवे सुरक्षा बल में 215 महिला बल सदस्य है, जिसमें महानिरीक्षक 01, उप मुख्य सुरक्षा आयुक्त 01, निरीक्षक 12, उपनिरीक्षक 11, हैडकॉन्स्टेबल, 05, व कान्स. 182 और कान्स एन्सीलरी 03 है। सभी रेलवे सुरक्षा बल महिला स्टाफ महत्वपूर्ण पदों पर रहकर प्रशंसनीय कार्य किया जा रहा है। 12 महिला निरीक्षक महत्वपूर्ण स्टेशनों, सीआईबी व अन्य महत्वपूर्ण पदो पर पदस्थापित है और महिला सुरक्षा, अपराध रोकथाम, बाल सुरक्षा व अन्य महत्वपूर्ण कर्तव्यों का निर्वहन कर रही हैं।
उत्तर पश्चिम रेलवे में रेलवे सुरक्षा बल प्रशिक्षण केन्द्र, बांदीकुई में 450 महिला कान्सटेबल को 08 माह का प्रारंभिक प्रशिक्षण करवाया गया है। प्रशिक्षण के बाद आज सभी महिला कान्सटेबल रेलवे स्टेशनो पर महिला सुरक्षा व अपराध रोकथाम की दिशा में अच्छा कार्य कर रही हैं।
सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर महानिदेशक, रेल सुरक्षा बल श्री अरूण कुमार के मार्ग निर्देशन में महिला यात्रीयो की सुरक्षा हेतु मेरी सहेली व स्मार्ट सहेली के नाम से एक अभियान चलाया गया है, जिसमें उत्तर पश्चिम रेलवे पर 12 सवारी गाडियों को चिन्हित किया गया है। इस कार्यक्रम को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के खिलाफ शून्य अपराध के लक्ष्य को प्राप्त करना और महिला यात्रियों के बीच विश्वास पैदा करने के लिए समग्र सुरक्षा प्रदान करना है। इस कार्यक्रम के तहत महिला यात्रियों की शिकायतों के लिए एक मजबूत और तेजी से निवारण की व्यवस्था की गई है। मेरी सहेली महिला यात्रियों के साथ दो-तरफा संवाद भी स्थापित करेगी ।
  • Powered by / Sponsored by :