अगले दौर की बातचीत के पहले किसान संगठन का शक्ति प्रदर्शन, नए कृषि कानूनों के खिलाफ निकाला ट्रैक्टर मार्च

अगले दौर की बातचीत के पहले किसान संगठन का शक्ति प्रदर्शन, नए कृषि कानूनों के खिलाफ निकाला ट्रैक्टर मार्च

नई दिल्ली : नए कृषि कानूनों को लेकर सरकार और किसानों के बीच जारी वार्ताओं का कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकल रहा है । किसान संगठनों और सरकार के बीच इससे पहले 4 जनवरी को 8वें दौर की हुई बातचीत भी असफल रही थी। किसान संगठन तीनों कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की अपनी मांग पर अड़े हुए है, वहीं सरकार लगातार नए कानून के फायदे गिनाने में लगी हुई है। अब दोनों पक्षों के बीच अगले दौर की बातचीत कल यानी 8 जनवरी को होगी ।
किसानों ने अगले दौर की बातचीत के पहले आज किसान संगठन शक्ति प्रदर्शन कर रहे हैं। टैक्टर के साथ किसान सड़कों पर आ गए है | किसान संगठन आज सिंघु, टिकरी, गाजीपुर और शाहजहांपुर से कुंडली-मानेसर-पलवल केएमपी एक्सप्रेस-वे के लिए ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं । किसान नेताओं ने आज नए कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर मार्च निकाल रहे हैं। पश्चिमी यूपी के किसान नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में कहा, ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी की तैयारी है । उन्होंने कहा कि हम मई, 2024 तक आंदोलन के लिए तैयार हैं. संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर सीमा से हरियाणा के पलवल तक किसानों की ओर से आज ट्रैक्टर यात्रा निकाली गयी। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में यह यात्रा निकाली गयी। टिकैत आज दोपहर 12 बजे के करीब खुद नीले रंग के ट्रैक्टर पर सवार होकर ट्रैक्टर रैली में शामिल हुए। किसानों ने बताया कि यह ट्रैक्टर यात्रा इस्टर्न पेरीफेरल रोड पर गाजियाबाद के दुहाई, डासना, व गौतमबुद्ध नगर के बील अकबरपुर, सिरसा होते हुए पलवल तक जाएगी और वहां से वापस आएगी ।
हमारा रूट यहां से डासना है, उसके बाद अलीगढ़ रोड पर हम रुकेंगे वहां लंगर होगा फिर वहां से हम वापस आएंगे और नोएडा वाले ट्रैक्टर पलवल तक जाएंगे. हम सरकार को समझाने के लिए ये कर रहे हैं. । हालांकि इस मार्च को देखते हुए पुलिस प्रसाशन भी सख्त दिखा। प्रशासन द्वारा किसानों के इस मार्च पर पूरी नजर बनी रही, पुलिस विभाग के बड़े अधिकारी भी किसानों के साथ इस मार्च में साथ साथ चलते रहे।
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