अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल के अधिकारियों ने जिले में टिड्डी दल के आक्रमण से प्रभावित दूरदराज गांवों का जायजा लिया

अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल के अधिकारियों ने जिले में टिड्डी दल के आक्रमण से प्रभावित दूरदराज गांवों का जायजा लिया

जालोर 19 फरवरी। अन्तर मंत्रालयिक केन्द्रीय दल के अधिकारियों की टीम ने जिले में टिड्डी दल के आक्रमण से प्रभावित दूरदराज ग्रामीण क्षेत्रों का जायजा लिया। प्रभावित काश्तकारों से बातचीत कर उनकी समस्यायें सुनी और सक्षम स्तर तक उनकी परेशानियों व क्षति के बारे में जानकारी पहुंचाने और सरकार से हर संभव सहायता राहत दिलाने का आश्वास दिया।
भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के संयुक्त निदेशक डॉ. जे.पी.सिंह के नेतृत्व में निरीक्षण पर आई इस टीम में ग्रामीण विकास मंत्रालय के सहायक आयुक्त मोतीराम तथा भारतीय खाद्य निगम के उप महाप्रबन्धक अनिल ढिल्लन साथ थे। उक्त टीम के सभी अधिकारियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ मिलकर लगभग एक दर्जन ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा कर गांवों में काश्तकारों के खेतों पर जानकर टिड्डी दल के आक्रमण से उनकी फसलों को हुई क्षति के बारे में विस्तार से जाना।
दल ने सांचैर एवं चितलवाना उपखंड क्षेत्र के ग्राम घमाणा, गोलिया, डेडवा, जाखण, गेनों का गोलिया में काश्तकार ईसराराम, मंगलाराम, उदाराम विश्नोई, पालड़ी, बरसल की बेरी, सेसावा में केसाराम, गुल मोहम्मद, गोमाराम के खेतों पर जाकर उनकी समस्याओं के बारे में जाना। ग्राम डूंगरी के ग्राम पंचायत भवन में कृषकों से बातचीत की। यहां दल के अधिकारियों का साफा पहनाकर अभिनंदन किया गया।
ग्रामवासियों ने बताया कि इस क्षेत्र के काश्तकारों का जीवन जीरे की फसल पर निर्भर है और इस फसल को सर्वाधिक क्षति पहुंची है। इसके अलावा गेहूं, ईसबगोल व अन्य फसलों की भी क्षति हुई है। उन्होंने सरकार से राहत देने, मुआवजा राशि बढ़ाने की बात रखी।
श्री सिंह ने सभी को सुनकर बताया कि सरकार प्रभावित काश्तकारों को राहत देने की मंशा रखती है इसीलिए यह दल लोगों से मिलने आया है। उन्होंने कहा कि उच्च स्तर पर इस संबंध में अधिकारियों की बैठक होने वाली है उसमें यहां की स्थिति के बारे में जानकारी देकर उन्हें राहत देने के लिए अच्छे से अच्छे प्रयास किए जायेंगे । पांचाराम काश्तकार ने कहा कि मुआवजा बढ़ाया जाये।
इससे पूर्व जिला कलक्टर व केन्द्रीय दल के अधिकारियों की बैठक सांचौर के एक होटल में आयोजित हुई जिसमें विभाग के अधिकारियों और क्षेत्रीय ग्रामवासियों ने भाग लिया। इस बैठक में पॉवर पोइन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी दी गई कि जिले में टिड्डी दल के आक्रमण से 371 गांव व 31 हजार 179 काश्तकार प्रभावित हुए हैं और 57 हजार 287 हैक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की क्षति हुई है जिनमें जीरा, आयल सीड, गेहूं, ईसबगोल मुख्य हैं।
जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि टिड्डी दल के आक्रमण को नियंत्रित करने के लिए जिला प्रशासन स्तर पर सीमित संसाधनों के रहते हुए भी भरपूर प्रयास किए गए। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में टिड्डी दल को भगाने व उन्हें मारने के लिए कैमिकल स्प्रे का छिड़काव, ड्रोन एवं विभिन्न अन्य कृषि तकनीकी संसाधनों से नियंत्रित करने के प्रयास किए गए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर छगनलाल गोयल, सांचौर उपखण्ड अधिकारी भूपेन्द्र कुमार यादव, आर.ए.एस. प्रशिक्षु सीमा तिवाड़ी, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. वी.आर.सोलंकी, टिड्डी मण्डल कार्यालय के सहायक निदेशक बी.आर.मीणा व आर.के.जैन, कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. आर.बी.सिंह सहित अन्य अधिकारी साथ थे ।
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