ब्राह्मण रत्न सम्मान में 46 प्रतिभाएं हुई सम्मानित ब्राह्मणों को संस्कारों के बल पर आगे बढना चाहिए: डॉ. बी.डी. कल्ला

ब्राह्मण रत्न सम्मान में 46 प्रतिभाएं हुई सम्मानित ब्राह्मणों को संस्कारों के बल पर आगे बढना चाहिए: डॉ. बी.डी. कल्ला

जयपुर 19 मई। ब्राह्मणों को अपने संस्कारों को प्रबल करते हुए समाज को दिशा एवं मार्गदर्शन देना चाहिए। ब्राह्मण समाज ने सदैव परहित में कार्य किया है। ब्राह्मण बच्चों को संस्कारित कर भगवान परशुराम जी की तरह जितेन्द्रिय बनना चाहिए। ये विचार आज भगवान परशुराम जयंती समारोह के समापन के अवसर पर सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा आयोजित प्रदेश स्तरीय ‘‘ ब्राह्मण रत्न’’ सम्मान समारोह में ऊर्जा मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने कहे। इस अवसर पर समारोह के अध्यक्षता करते हुये सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पण्डित सुरेश मिश्रा ने कहा कि ब्राह्यण सर्वहित की बात करता है और सर्वजन सुखाय की भावना से समाज को एक राह दिखाता है । लेकिन अब ब्राह्यणों को भी आगे बढने का अवसर मिलना चाहिए और अग्रणी भूमिका निभाने वाला ब्राह्यण आज पिछड रहा है। उसे भी आगे बढने का अवसर मिलना चाहिए ।
विशिष्ठ अतिथि न्यायाधिपति गोवर्धन लाल बाढधार ने इस अवसर पर कहा कि जब ब्राह्यण आगे बढेगा तो देश में सामाजिक समरसता बढेगी और परशुरामजी के बताये हुये रास्ते पर युवाओं को चलना चाहिए। साथ ही उन्होने ने कहा कि सर्व ब्राह्मण महासभा और अन्य सामाजिक संगठनों को सामाजिक रूप से संगठित होकर समाज को एकजूट करना चाहिए और लोकतंत्र में अपनी ताकत दिखानी चाहिए ।
महापौर विष्णु लाटा ने सर्व ब्राह्मण महासभा द्वारा किए जा रहे कार्यो की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा कहा कि सभी ब्राह्मण संगठनों को रचनात्मक कार्यो की तरफ बढना चाहिए ।
महासभा के संरक्षक एडवोकेट एच.सी. गणेशिया ने कहा कि सर्व ब्राह्मण महासभा ने समाज हित में आरक्षण की एक लम्बी लडाई लडी है जिसमें आंशिक सफलता प्राप्त हुई है ।
परशुराम यात्रा के संचालक आचार्य राजेश्वर ने कहा कि ब्राह्यण को अब हर क्षेत्र में आगे बढना चाहिए परशुराम जी के विशय में अज्ञानता वश कई विभेद पडे है उन्हे दुर करना चाहिए । इसके लिये एक लाख ग्यारह हजार किलोमीटर की यात्रा कर युवाओं को प्रेरणा देने का प्रयास किया जा रहा है ।
इस अवसर पर श्री गोविन्द पारीक डिप्टी डायरेक्टर डीपीआर ने ब्राह्मण और सर्व समाज विशय पर अपने विचार प्रकट किये। जयपुर शहर अध्यक्ष अनिल सारस्वत ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर श्री एल.डी. किराडू-न्यायिक सेवा, अभय जोशी-पत्रकारिता, महेश शर्मा-भारतीय प्रशासनिक सेवा, पं. श्रीपति शर्मा-साहित्य, डॉ. अखिल शुक्ला-समाज सेवा, राजेन्द्र त्यागी-राज्य पुलिस सेवा, डॉ. प्रशांत द्विवेदी-चिकित्सा, सुश्री जया चतुर्वेदी-न्यायिक सेवा, देवेन्द्र शर्मा-पत्रकारिता, महेश शर्मा - पत्रकारिता, आषुतोश शर्मा-पत्रकारिता, मोहित गोस्वामी-पत्रकारिता, सुश्री सुशमा पाण्डेय-पत्रकारिता, सुश्री उर्वशी शर्मा -दूरदर्शन एंकर, सतीश शर्मा-पत्रकारिता, एड. सुश्री आशा शर्मा - विधिक सेवा, राकेश भार्गव-प्रशानिक सेवा, डॉ. प्रवीण गोस्वामी-शिक्षा, ब्रजेश दीक्षित-जेल सेवा, अरूण कुमार शर्मा-प्रशासनिक सेवा, रमाकांत शर्मा-जेल सेवा, डॉ. यदु शर्मा-शिक्षा, भरत मिश्रा-बिजनेसमेन, सौरभ भट्ट-कला एवं संस्कृति, डॉ. निधी पारीक-शिक्षा, डॉ. बालकृश्ण शर्मा-चिकित्सा, गगन मिश्रा-कल संस्कृति, संदीप कुमार शर्मा-आदिवासी सेवा, डॉ. बृजेश गौड- चिकित्सा, डॉ. घनश्याम शर्मा-संस्कृत शिक्षा, श्रीमती भारती शर्मा-समाज सेवा, गोपाल शर्मा-पुलिस सेवा, सुरेश त्रिवेदी-बैंकिग सेवा, जयवर्धन भारद्वाज-समाज सेवा, अशोक कुमार शर्मा-कला, सुधाकर दवे-नृत्य कला, योगेन्द्र कुमार जोशी-समाज सेवा, आचार्य गजेन्द्र शर्मा-ज्योतिश-धर्मशास्त्र, अमित प्रधान-शिक्षा, अमित शर्मा- समाज सेवा, पुलकित भारद्वाज-खनन क्षेत्र, सुश्री सुर्या शर्मा-इंटिरियर डिजाईनिंग, रामचन्द्र शर्मा-समाज सेवा, रोहिताश मुदगल-समाज सेवा, नीतिन गोस्वामी-कला एवं लेखन को स्मृति चिन्ह, प्रशस्ति पत्र, साफा व दुपट्टा देकर सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर आचार्य पवन शास्त्री, ईटीव हैड जे.पी. शर्मा, अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त ज्योतिशी पं. मुकेश भारद्वाज, महामण्डलेश्वर मंहत पुरुषोत्तम भारती महिला प्रकोश्ठ की प्रदेषाध्यक्ष सविता शर्मा, जयपुर शहर महिला अध्यक्ष कंचन शर्मा मंचासीन अतिथि थी।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में संस्था के पदाधिकारियों एड. कमलेश शर्मा, दिनेश शर्मा, मनोज मिश्रा, विजय भास्कर, राकेश कौशिक सतवीर भारद्वाज ने अतिथीयों का माल्यापर्ण कर स्वागत किया । इस अन्त में जयपुर शहर अध्यक्ष अनिल सारस्वत ने अतिथीयों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
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