सारस क्रेन की अदाओं ने पक्षीप्रेमियों को लुभाया

सारस क्रेन की अदाओं ने पक्षीप्रेमियों को लुभाया

बांसवाड़ा, 24 जनवरी/दक्षिण राजस्थान में पक्षियों और पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत वागड़ नेचर क्लब सदस्यों द्वारा संचालित एक्सप्लोरिंग बर्ड्स कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जिले के पांच जलाशयों पर बर्डवाचिंग की गई । इस दौरान इन जलाशयों पर विशेषज्ञों को कई पक्षीप्रजातियों के साथ सारसक्रेन, ब्लेक नेक्ड की जलक्रीड़ाओं ने सम्मोहित कर दिया।
कार्यक्रम के तहत वागड़ नेचर क्लब के वरिष्ठ पक्षी विशेषज्ञ दिनेश जैन, डॉ. कमलेश शर्मा, वाईल्डलाईफ फोटोग्राफर भरत कंसारा के निर्देशन में एक दल ने जिला मुख्यालय के समीप बड़गाव, लोहारिया, बोड़िगामा छोटा, रामौर और बोडीगामा बड़ा के तालाबों का दौरा किया और यहां पर बर्डवाचिंग कर जानकारियां संकलित की। इस दौरान यहां पर स्थानीय और प्रवासी परिंदों की कई दुर्लभ प्रजातियों को देखकर खुशी जताई गई। सदस्यों ने इन जलाशयों पर मेहमान पक्षियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति को देखा तथा इसकी संख्या के बारे में जानकारी संकलित की।
सारस और ब्लेक नेक्ड स्टोर्क्र्स की बड़ रही तादाद:
बर्डवाचिंग दौरान बोड़ीगामा तालाब में सारस क्रेन व रामौर तालाब में ब्लेक नेक्ड पक्षी की जलक्रीडाओं के नज़ारों ने पक्षीविशेषज्ञों के साथ ग्रामीणों को भी रोमांचित किया । विश्व में उड़ने वाले सबसे बड़े पक्षी सारस क्रेन के साथ विशालआकार के दुर्लभ प्रजाति के ब्लेक नेक्ड स्टोकर्स की कई तालाबों में उपस्थिति पर भी विशेषज्ञों ने खुशी जताई और कहा कि स्थानीय तालाबों की वनस्पति और प्रदूषणमुक्त आबोहवा के कारण ये प्रजातियां यहां फल-फूल रही हैं।
कई प्रजातियों को देखा:
इस दौरान यहां पर रडीशलडक, शोवलर, कॉमन पोचार्ड, टफटेड पोचार्ड, कॉमन टील, यूरेशियन विज़न, गोडविट, रफ, वेगटेल, रिंग प्लोवर आदि मेहमान पक्षियों को देखा। इसके साथ ही स्थानीय पक्षी कांब डक, विसलिंग टील, स्पॉटबिल डक, कूट्स, परपल मुरहेन, कॉमन मुरहेन, लिटल ग्रीब्स, कॉरमोरेंट, ईग्रेट्स, पोण्ड हेरोल, परपल हेरोन, ग्रे हेरोन व्हाईट आईबीज, ब्लेक आईबीज, ग्लोसी आईबीज, ओपन बिल स्टार्क, पेंटेड स्टार्क आदि संख्या में स्थानीय प्रजातियों के पक्षियों की उपस्थिति ने दल सदस्यों को अभिभूत कर दिया।
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