26 फरवरी से 15 मार्च तक चलेगा मनरेगा पूरा काम पूरा दाम विशेष अभियान - डीएम

26 फरवरी से 15 मार्च तक चलेगा मनरेगा पूरा काम पूरा दाम विशेष अभियान - डीएम

धौलपुर, 26 फरवरी। श्रमिकों के अधिकारों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा जितना काम उतना दाम टास्क पूरा करने पर दिया जाता है। टास्क पूरा करने पर सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी पाने का अधिकार श्रमिकों दिया गया है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम पूरा काम पूरा दाम विशेष अभियान के रथ को जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने हरी झंडी दिखाकर जिला कलेक्ट्रेट सभागार से रवाना किया। उन्होंने बताया कि 26 फरवरी से 15 मार्च तक चलेगा विशेष अभियान चालेगा जिसके माध्यम से आमजन को मनरेगा योजना के अंतर्गत चल रहे कार्यों में 220 रूपये प्रतिदिन के हिसाब से दैनिक मजदूरी मिलेगी। ग्रामीण परिवारों को जॉब कार्ड रजिस्ट्रेशन के बाद अपने क्षेत्रा में एक वित्तीय वर्ष में 100 दिवस का अकुशल श्रम रोजगार पाने का अधिकार, काम के आवेदन के पश्चात् तिथिवार रसीद पाने का अधिकार, काम मांगने के 15 दिवस के भीतर काम ना मिलने पर बेरोजगारी भत्ता पाने का अधिकार सहित टास्क पूरा करने पर सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी पाने का अधिकार दिया गया है। उन्होंने बताया कि कार्य स्थल पर श्रमिकों को छाया, पानी, दवाईयां जैसी अन्य सुविधाऐं पाने का अधिकार, 15 दिवस में मजदूरी का भुगतान पाने का अधिकार, यदि इस अवधि में मजदूरी का भुगतान नहीं किया जाता है तो क्षतिपूर्ति भत्ता पाने का अधिकार दिया गया है। उन्होंने बताया कि कार्यो से सम्बन्धित सभी दस्तावेजों को देखने, निरीक्षण करने व सामाजिक अंकेक्षण का अधिकार, ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व जिला स्तर पर शिकायता दर्ज कराने का अधिकार सहित ग्राम पंचायत में कराए जाने वाले कार्यो के ग्राम सभा के माध्यम से चुनाव का अधिकार दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रभावी निरीक्षण कर पूरी मजदूरी हेतु आमजन को प्रेरित व जागरूक किया जाएगा। पूरा काम पूरा दाम विशेष अभियान के अन्तर्गत महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, स्वच्छ भारत मिशन योजना ग्रामीण, सामुदायिक शौचालय निर्माण, प्रधानमंत्री आवास योजना, राजस्थान ग्रामीण राजीविका मिशन के अन्तर्गत रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
अभियान के क्रियान्वयन हेतु महत्वपूर्ण बिन्दु-
कार्य स्थल पर श्रमिकों का नियोजन 5-5 के समूह में करना, समूहवार माप प्रवृति को विकसित करना, मैट द्वारा किए गए कार्यो को प्रतिदिन मस्टरोल में दर्ज करना, समूह के कार्य निस्पादन के दौरान निस्पादित कार्य की प्रगति से अवगत कराना, निर्धारित टास्क से कम कार्य पर श्रमिकों को पूरा काम करने हेतु प्रेरित करना, मैट का नियमित प्रशिक्षण एवं 50 प्रतिशत महिला मैटों का कार्य स्थल पर नियोजन, अधिकारी कर्मचारियों द्वारा कार्य स्थलों का व्यापक निरीक्षण करना एवं पूरी मजदूरी दिलाने हेतु प्रेरित करना, पर्याप्त मात्रा में कार्यो की स्वीकृति जारी करना, मैट द्वारा किए गए माप में जेटीए के माप से 10 प्रतिशत अधिक या कम पाए जाने पर वसूली की कार्यवाही, काम के लिए आवेदन पत्र ऑनलाइन, आईवीआर के माध्यम से भी लिया जाना एवं प्रपत्र 6 की प्राप्ति रसीद मजदूरों को आवश्यक रूप से दिलाना, अच्छा काम करने वाले कार्मिकों को प्रोत्साहन, मजदूरी दर कम होने की स्थिति में पंचायत समिति एवं जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा सुधारात्मक कार्यवाही करना तथा लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। इस मौके पर कार्यवाहक मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद अनिल कुमार गोयल, नगर पालिका अध्यक्ष राजाखेड़ा वीरेन्द्र सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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