नोटबंदी काम कसद कैश जब्त करना नहीं, उसे अर्थव्यवस्था में लाना था - अरुण जेटली
नई दिल्ली, 8 नवंबर : Demonetisation की दूसरी वर्ष गांठ पर वित्तमंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी के फैसले को सही करार दिया और कहा कि कैश जब्त करना इसका मकसद नही था बल्कि उसे बैंकों के माध्यम से नियमानुसार मुख्य अर्थव्यवस्था में लाना था । जेटली का बयान कांग्रेस द्वारा सरकार पर हमला वर होने के बचाव के रूप में देखा जा रहा है ।
भारत सरकार ने 2016 को आज के ही दिन हजार और पांच सौ रुपये के नोटों पर प्रतिबन्ध लगा दिया था । जेटली के अनुसार इसके बाद लोगों का टैक्स पद्धति से बचना मुश्किल हो गया है । उन्होंने कहा कि इसके बाद 17.42 लाख संदिग्ध खाताधारक पहचाने गए । उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्त वर्ष में (31 अक्टूबर तक) आयकर संग्रह में 20.2% वृद्धि हुई हैं । कारपोरेट टैक्स भी 19.5% बढ़ा, जबकि डायरेक्ट टैक्स संग्रह में भी वृद्धि हुई ।
भारत सरकार ने 2016 को आज के ही दिन हजार और पांच सौ रुपये के नोटों पर प्रतिबन्ध लगा दिया था । जेटली के अनुसार इसके बाद लोगों का टैक्स पद्धति से बचना मुश्किल हो गया है । उन्होंने कहा कि इसके बाद 17.42 लाख संदिग्ध खाताधारक पहचाने गए । उन्होंने बताया कि वर्तमान वित्त वर्ष में (31 अक्टूबर तक) आयकर संग्रह में 20.2% वृद्धि हुई हैं । कारपोरेट टैक्स भी 19.5% बढ़ा, जबकि डायरेक्ट टैक्स संग्रह में भी वृद्धि हुई ।
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