जिले में मुर्गी एवं पक्षी एवियन एन्फ्लूएंजा से सुरक्षित

जिले में मुर्गी एवं पक्षी एवियन एन्फ्लूएंजा से सुरक्षित

चूरू, 10 जनवरी। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ धनपत सिह चौधरी ने बताया कि अभी तक जिले में मुर्गी फार्म एवं अन्य पक्षियों में किसी भी तरह का रोग नहीं पाया गया है।
उन्होंने बताया कि एक दो जगह 4-5 की संख्या में कौवों एवं 2 मोर में मृत्यु पायी गयी है जिन्हे परीक्षण के लिये राष्ट्रीय उच्च सूरक्षा संस्थान भोपाल में भिजवाया गया है। इसकी परीक्षण रिपोर्ट अभी आना बाकी है। प्रथम दृष्टया इन पक्षियों की मौत ठंड एवं वातावरण में नमी के कारण होना संभावित है। किसी भी आपातस्थिति से निपटने लिये पशुपालन एवं संबंधित विभागों के साथ जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्राप्त निर्देश एवं विभागीय निर्देशानुसार पूर्णतया अलर्ट मोड पर है तथा विभाग द्वारा सभी सुरक्षात्मक उपाय अपना कर रोग नियंत्रण एवं रोकथाम व आमजन में जागरूकता के लिये कार्य किया जा रहा है। विभाग ने जिले में 53 RRT एवं 1 जिला स्तरीय नियंत्रण कक्ष की स्थापना कर दी गयी है। टीम गठित कर पशुचिकित्सा अधिकारियों एवं तकनिकी स्टाफ को फिल्ड में मॉनिटरिंग का जिम्मा सौंप दिया गया है । जिले में संचालित मुर्गी फार्मों व तालछापर अभ्यारण्य सहित जल संग्रह क्षेत्रो को चिन्हित कर जहां प्रवासी पक्षियों के आने की संभावनायें रहती हैं, इन सभी का त्वरित कार्यवाही दल एवं जिला रोग निदान ईकाई प्रभारी द्वारा सघन परीक्षण किये जाकर बीठ के नमूने एकत्रित कर प्रयोग शाला को भिजवाये जा रहे है । बिदासर एवं राजलदेसर क्षेत्र में आज कौवों की मृत्यु पर जिला रोग निदान ईकाई चूरू को मौके पर भेजा गया था । स्थिति नियंत्रण में है एवं संतोषप्रद बात यह है कि जिले में किसी भी स्थान पर पक्षियो मे किसी बड़े स्तर पर बीमारी नहीं पायी गयी है । मोर एवं कौवों में मृत्यु तेज सर्दी व वातावरण में नमी के कारण होना भी संभावित है। अतः संयुक्त निदेशक डॉ धनपत सिंह चौधरी ने आम नागरिकों से अपील की कि अफवाहों से दूर रहते हुये सूरक्षात्मक उपाय अपनाते रहे ।
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