गिव अप समथिंग मुहिम में जुड़े जनप्रतिनिधि, अधिकारी और आमजन

गिव अप समथिंग मुहिम में जुड़े जनप्रतिनिधि, अधिकारी और आमजन

चूरू, 11 अप्रैल। कोरोना वायरस महामारी की चुनौती से जूझ रहे समय में जिला कलक्टर संदेश नायक की ओर से शुरू किए गए नवाचार ‘गिव अप समथिंग’ को समर्थन देने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जनप्रतिनधि, अधिकारी से लेकर विद्यार्थी, व्याख्याता और आमजन भी इससे जुड़ते जा रहे हैं।
अभियान के समर्थन में तारानगर विधायक नरेंद्र बुडानिया ने फेसबुक पोस्ट लिखकर बताया है कि जब तक इस संकट से हमारा देश उबर नहीं जाता, तब तक सादगीपूर्ण भोजन करूंगा और खाने के व्यंजनों में यथासंभव कटौती करूंगा। उन्होंने चूरू कलक्टर की मुहिम को एक शानदार पहल बताते हुए कहा है कि अन्न के कण-कण का सम्मान भारतीय संस्कृति है। एडीएम रामरतन सौंकरिया ने बताया कि उन्होंने रात के भोजन की जगह दलिया शुरू कर दिया है। इसी प्रकार एसीईओ डॉ नरेंद्र चौधरी ने भी अपने रात्रि के भोजन में केवल दलिया और दूध लेने का निर्णय लिया है। सरदारशहर एसडीएम रीना छिंपा ने एक बड़ा लेख पोस्ट कर लिखा है कि वे लॉक डाऊन अवधि में दाल-रोटी जैसा सादा भोजन ही लॉक डाऊन ही करेंगे। तारानगर एसडीएम अर्पिता सोनी ने इसे आत्मनियंत्रण की दिशा में बड़ी पहल बताते हुए लिखा है कि वे लॉक डाऊन अवधि तक केवल एक ही प्रकार की सब्जी या दाल, रोटी के साथ लेंगी। वरिष्ठ विधि अधिकारी धर्मपाल शर्मा ने बताया कि वे लॉक डाऊन अवधि के दौरान उन्होंने अपना भोजन एकदम सादा कर लिया है तथा दाल अथवा कढी के साथ ही भोजन ले रहे हैं। ढाणी डीएसपुरा के नरेश इसराण ने लिखा है कि उनकी दस वर्षीया बेटी फ्रेया सिंह ने एक समय का खाना छोड़ने का संकल्प लिया है। लोहिया कॉलेज में हिंदी की एसोसिएट प्रोफेसर मंजू शर्मा ने अपना भोजन सादा कर दिया है, नाश्ता बंद कर दिया है और सप्ताह में दो दिन वे उपवास रखेंगी। तारानगर के सद्दाम पटवा ने फेसबुक पर पोस्ट कर लिखा है कि वे लॉक डाऊन अवधि तक अपने खाने पीने की समस्त चीजों में कटौती करेंगे। कड़वासर के अजय नवहाल ने बताया कि जिला कलक्टर संदेश नायक की इस मुहिम से प्रभावित होकर उन्होंने अपने भाई सिद्धार्थ और बहन पूनम के साथ एक समय ही भोजन लेने का निर्णय लिया है ।
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