सीमावर्ती बस्सी ग्राम पंचायत मुख्यालय की पहली रात्रि चौपाल ने दिया सुकून

सीमावर्ती बस्सी ग्राम पंचायत मुख्यालय की पहली रात्रि चौपाल ने दिया सुकून

चित्तौड़गढ़, 10 अगस्त/मध्यप्रदेश के नीमच से सटी और नई-नई ही बनी बस्सी ग्राम पंचायत में जिला कलक्टर की रात्रि चौपाल में भारी बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में ग्रामीण स्त्री-पुरुषों की उत्साहपूर्ण भागीदारी रही। चित्तौड़गढ़ जिले की भैंसरोड़गढ़ पंचायत समिति अन्तर्गत जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दूर बस्सी की यह ग्राम पंचायत जनजाति बहुल है और क्षेत्र की चार पंचायतों के विभिन्न क्षेत्रों को मिलाकर बनाई गई है और इस वजह से पूरे क्षेत्र के ग्रामीण पूरे उत्साह से इसमें उमड़े और अपनी बात कही।
लगातार बारिश के दौर के बीच चली इस रात्रि चौपाल में अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू अवाप्ति) विनय पाठक, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी ज्ञानमल खटीक, उपखण्ड अधिकारी रामसुख गुर्जर, तहसीलदार नारायण गिरि गोस्वामी, सरपंच लाड देवी, ग्राम पंचायत सचिव जयप्रकाश शर्मा सहित क्षेत्र के विभिन्न गांवों के जन प्रतिनिधिगण, ब्लॉक, उपखण्ड एवं जिला स्तर के अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में ग्राम्य स्त्री-पुरुष उपस्थित थे।
होगा - हर समस्या का समाधान, हरसंभव विकास
अतिरिक्त जिला कलक्टर विनय पाठक एवं अन्य अधिकारियों ने ग्रामीणों की तमाम समस्याओं को गंभीरता से सुना और आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन इनके निस्तारण के लिए ठोस प्रयास करेगा और ग्रामीणों के उत्थान तथा क्षेत्रीय विकास में कहीं कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। राजस्व से संबंधित समस्याओं के निस्तारण के लिए उपखण्डज्ञ अधिकारी को निर्देशित किया गया।
सरकारी योजनाओं की जानकारी दी
इस दौरान कृषि, पशुपालन, महिला एवं बाल विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, श्रम आदि विभिन्न विभागों के जिलास्तरीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित कार्यकलापों, जन कल्याणकारी योजनाओं और सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के बारे में ग्रामीणों को विस्तार से समझाया और इनका लाभ प्राप्त करने की अपील की।
काफी संख्या में ग्रामीणों ने चौपाल में समस्याओं के निराकरण के लिए प्रार्थना पत्र प्रदान करने के साथ ही वैयक्तिक एवं सामुदायिक लाभ की विभिन्न योजनाओं में आवेदन पत्र भरकर लाभ उठाया।
सुव्यवस्थित प्रशासनिक प्रबन्धों की मांग
ग्रामीणों ने नई बनी बस्सी ग्राम पंचायत के लिए सुव्यवस्थित प्रशासनिक ढांचा स्थापित करने और लोक सुविधाओं की दृष्टि से अपनी ही ग्राम पंचायत पर निर्भरता बनाए रखने की आवश्यकता जताई।
इन ग्रामीणों की मांग थी कि उनकी ग्राम पंचायत के लिए पूर्णकालिक एक पटवारी, एक राशन डीलर और एक सहकारी समिति की जरूतर है ताकि ग्रामीणों को अपनी पुरानी पंचायतों में दूर-दूर जाकर सरकारी सेवाओं और सुविधाओं का लाभ पाने के लिए सामने आ रही दिक्कतों का समाधान हो सके। राजस्व और दूसरे सभी विभागों से संबंधित सभी प्रकार के कामों के लिए बस्सी ग्राम पंचायत के स्तर पर ही सभी प्रकार की सक्षम सेवाएं उपलब्ध हों।
बिजली सुविधा के लिए पृथक से ग्रिड स्थापित हो
जनजाति बहुल, करीब 20 किमी जंगल वाले परिक्षेत्र में फैली हुई और दूरस्थ क्षेत्र वाली इस ग्राम पंचायत के लोगों ने यह भी मांग रखी कि उनके लिए पृथक से बिजली के ग्रिड की स्थापना की जाए ताकि बिजली समस्या दूर हो सके।
श्रम विभाग के प्रशासनिक अधिकारी मदन सालवी ‘ओजस्वी’ ने विभागीय योजनाओं की विस्तार से जानकारी देने के साथ ही विश्व आदिवासी दिवस पर उपस्थितजनों को बधाई दी और शुभकामनाएं व्यक्त करते हुए जनजाति कल्याण में जुटने का आह्वान किया।
अपने क्षेत्र में पहली बार रात्रि चौपाल में आए सभी अधिकारियों एवं विभागीय प्रतिनिधियों का सरपंच सहित ग्रामीणों ने स्वागत किया।
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