मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर - श्रीमती भाया

मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर - श्रीमती भाया

बारां, 01 अक्टूबर। मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर होती है। ऐसे आयोजन कीसफलता के लिए सभी लोगों का सहयोग वांछित है। पार्श्वनाथ चेरिटेबल ट्रस्ट की चेयरमैन श्रीमती उर्मिला जैन आज डोल मेला समापन के अवसर पर बोल रही थी। उन्होंने कहा कि हालांकि मौसम की मार की वजह से व्यापारियों। व मेलार्थियो को परेशानियां झेलनी पड़ीपर प्रकृति प्रकोप के आगे किसी की नहीं चलती फिर भी नगर परिषद ने तनमयता से जोप्रयास किए वो काबिले तारीफ है। समापन समा को संबोधित करते हुए सभा पति कमल राठौड़ ने कहा कि धार्मिक महत्व के इस मेले को और अधिक आकर्षक बनाने के लिए परिषद हमेशा तत्पर रही है । इस वर्ष भी मेले के पूर्व मेला परिसर में सालो से जमे अतिक्रमणों को सख्ती से हटा कर मेले की चौड़ाई बड़ाई गई । लगातार हुई बारिश के बाद मेला अवधि दो दिन बढ़ाई ताकि व्यापारियों कि हुईं आर्थिक नुकसान की भरपाई हो सके । उन्होंने कहा किअगले सालो में मेले के क्षेत्र फल बड़ाए जाने के प्रयास किए जाएंगे ।
मेला अध्यक्ष श्रीमती रानू गोयल ने विपरीत परिस्थितियों के बावजूद परिषद के अधिकारी कर्मचारी, सभी पार्षद पत्रकारों के मिले सहयोग पर आभार जताया । समारोह में सभी पार्षदों ने उर्मिला जैन का साफा बांध कर स्वागत किया । कार्यक्रम के दौरान मेले की सफलता के लिए सहयोग करने वाले कर्मचरियों, पुलिस विभाग, मेला दुकानदारों व पत्रकारों को प्रमाणपत्र देकर सम्मान दिया गया । समारोह को उपसभपति गौरव शर्मा, पूर्व चेयर में केलाश शर्मा, कैलाश पारस व राजेन्द्र भूमलया ने भी संबोधित किया । समारोह में समाज सेवी नरेश गोयल, विष्णु शक्यवाल, नवीन सोन, नियाज खान, शिव शंकर यादव, सुनील सांखला, विजयदीप नागर समेत अन्य पार्षद व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
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